28 नवंबर 2013

तबाही का संकेत बताते कुछ वैश्विक लिंक्स

http://dcclothesline.com/2013/10/03/yellowstone-supervolcano-alert-the-most-dangerous-volcano-in-america-is-roaring-to-life/

http://www.pseudoreality.org/committeeof300.html

http://www.washingtonpost.com/politics/space-hosts-busy-thanksgiving-with-launch-comet/2013/11/27/6dcf8ae2-57aa-11e3-bdbf-097ab2a3dc2b_story.html
http://www.bibliotecapleyades.net/sociopolitica/sociopol_iran57.htm


http://www.amsmeteors.org/members/fireball/browse_reports

http://www.emsc-csem.org/Earthquake/earthquake.php?id=343917#.UobsuXanMBQ.facebook

http://endtimeheadlines.wordpress.com/2013/11/12/4300-evacuated-as-eruption-at-indonesias-mt-sinabung-volcano-intensifies/

http://www.youtube.com/watch?v=lGEhX3I83M0

http://beforeitsnews.com/japan-earthquake/2013/10/hawaii-went-radioactive-wednesday-2444280.html?utm_source=https%3A%2F%2Fwww.facebook.com%2F&utm_term=http%3A%2F%2Fb4in.info%2FfMnp&utm_medium=facebook-post&utm_campaign&utm_content=awesmsharetools-fbshare-small
http://www.haaretz.com/news/national/1.553762

http://endtimeheadlines.wordpress.com/2013/10/16/jellyfish-are-taking-over-the-seas-and-it-might-be-too-late-to-stop-them/

http://geofon.gfz-potsdam.de/eqinfo/event.php?from=rss&id=gfz2013unyb&utm_source=dlvr.it&utm_medium=facebook

http://endtimeheadlines.wordpress.com/2013/10/15/18-foot-serpent-like-sea-creature-found-off-california/

https://www.youtube.com/watch?v=0-36psfOFsk

http://endtimeheadlines.wordpress.com/2013/10/15/strong-typhoon-heads-for-japan-and-crippled-fukushima-nuclear-plant/?fb_source=pubv1

http://www.emsc-csem.org/Earthquake/earthquake.php?id=339139#.UlyPKUi4e08.facebook

https://www.facebook.com/photo.php?fbid=731732226853822&set=gm.10151938444409528&type=1

http://ireport.cnn.com/docs/DOC-1047591

http://worldtocome.org/audio/what-is-wrong-with-the-weather-part-2#.UllwywO9NH4.facebook

http://endtimeheadlines.wordpress.com/2013/10/11/strong-magnitude-6-3-earthquake-strikes-near-kermadec-islands-new-zealand/?fb_source=pubv1

http://endtimeheadlines.wordpress.com/2013/10/11/6-0-magnitude-earthquake-rocks-trinidad-and-tobago/?fb_source=pubv1

http://theextinctionprotocol.wordpress.com/2013/09/20/dead-sea-being-eaten-by-sinkholes-huge-chasms-appearing-in-the-region-at-a-rate-of-one-per-day/

(Ok quake swarm)
3.5 9km NNW of Enid, Oklahoma 2013-10-01 17:38:53 UTC-07:00 3.0 km
3.2 16km NNW of Enid, Oklahoma 2013-10-01 16:28:43 UTC-07:00 5.2 km
3.2 22km N of Enid, Oklahoma 2013-10-01 12:26:15 UTC-07:00 5.0 km
2.7 7km E of Edmond, Oklahoma 2013-10-01 01:18:26 UTC-07:00 5.0 km

http://www.youtube.com/watch?v=AFo6p8f6XhQ&feature=youtu.be

http://www.emsc-csem.org/Earthquake/earthquake.php?id=336438&utm_source=dlvr.it&utm_medium=facebook

http://endtimeheadlines.wordpress.com/2013/09/25/sleeping-giant-yellowstone-national-park-registers-130-earthquakes-in-less-than-a-week/?fb_source=pubv1

http://www.emsc-csem.org/Earthquake/earthquake.php?id=335870

http://www.emsc-csem.org/Earthquake/earthquake.php?id=335880
http://earthquake-report.com/2013/09/24/earthquakes-in-the-world-on-september-25-2013-m4-5-or-more/

http://countdowntozerotime.com/2013/09/16/bracing-for-the-big-one-oregon-emergency-managers-to-persuade-southern-oregon-residents-to-prepare-for-a-9-0-earthquake-and-all-it-may-entail/

http://www.emsc-csem.org/Earthquake/earthquake.php?id=334552

http://theextinctionprotocol.wordpress.com/2013/09/17/rain-apocalypse-slams-mexico-rare-twin-storms-leave-34-dead/

http://voiceofrussia.com/news/2013_09_16/Japanese-government-issues-evacuation-warnings-for-300-000-people-due-to-typhoon-6186/?fb_action_ids=550628841657607&fb_action_types=og.recommends&fb_source=other_multiline&action_object_map=%7B%22550628841657607%22%3A221682704657201%7D&action_type_map=%7B%22550628841657607%22%3A%22og.recommends%22%7D&action_ref_map=%5B%5D

http://beforeitsnews.com/weather/2013/09/theyre-fuked-monster-typhoon-heads-for-fukushima-video-2441568.html?utm_content=awesm-fbshare-small&utm_term=http%3A%2F%2Fb4in.info%2FpI4S&utm_campaign=&utm_medium=facebook-post&utm_source=https%3A%2F%2Fwww.facebook.com%2F

http://endtimeheadlines.wordpress.com/2013/09/15/10-dead-whales-wash-up-on-russias-northeast-chukotka-coast/

http://thewatchers.adorraeli.com/2013/09/14/mexico-battered-by-two-tropical-storm-systems-from-pacific-and-atlantic/

http://abclocal.go.com/kgo/story?section=news%2Flocal%2Feast_bay&id=9240762

http://news.sky.com/story/1136060/japan-tornado-dozens-injured-in-saitama

http://www.youtube.com/watch?v=Lg3ryLCOOpk

http://www.youtube.com/watch?v=h686Plywm4c

http://www.youtube.com/watch?v=-OhL0-NCjiA

https://www.youtube.com/watch?v=tAmxzN5Xf3E&feature=youtube_gdata_player

http://www.youtube.com/watch?v=Zn0-i0jdakw

http://www.youtube.com/watch?v=LPoxHEPdqpg

http://www.theweatherspace.com/2013/07/14/unusual-storm-system-moving-backwards-across-united-states-through-end-week/

http://quakes.globalincidentmap.com/

http://endtimeheadlines.wordpress.com/2013/11/27/pond-swallowed-by-sinkhole-fuels-legends-in-bosnian-village/


26 नवंबर 2013

दुनियां सिर्फ तीन खम्भों पर

विशाखापट्नम में नाभिकीय संयंत्र से तबाही ।
नौहझील ( पाकिस्तान ?) के पास परमाणविक कचरा इकट्ठा है । इससे विस्फोट का सम्बन्ध (?)
लेनिन की राजसी संधि विफल ।
टूटेगा हिमखंड ।
चन्द्र मंडल में दो नए तारों का उदय ।
न्यूजर्सी में कुछ घातक असर प्रलय । तट बंध टूटेंगे ।
निआग्रा फाल से हिमखंड का सम्बन्ध । जल स्तर बढेगा ।
दुनियां सिर्फ तीन खम्भों पर टिकी । साउथ पोल ढहा ।
नए धूमकेतु का आगमन ( रॉकी )
चीन के साथ लेनिन की संधि पुतिन ने तोड़ी ।
अलास्का से दो हिमखंड अलग हुए ।
रंगपटनम पानी में तैर जायेगा ।
जैसलमेर में तीन नए टापू बनेगे ।
( 24 नवम्बर से ) तीन दिन बाद होगा धमाका ।
कुचाली तरंगे विकिरण है ।
सूरज काला पड़ेगा । चंद्रमा पीला पड़ेगा ।
पानी ( भूमध्य सागर ) में गिरेंगे तीन बड़ी उल्काएं ।
नॉर्वे का तटीय इलाका हिमखंडो की चपेट में ।
ध्रुवों पर कटान शुरू ।
जैसलमेर में झील है । उसमे भूगर्भ से जल स्रोत फूटेगा ।
सिसली में 3 ज्वालामुखी अलर्ट ।
रोमानिया और बुल्गारिया में 6 तीव्रता का भूकंप ।
सियाचिन समुद्र में डूब जायेगा । भारत से अलग हो जायेगा ।
भूमध्य रेखा पर जल स्तर घट रहा है ।
टोक्यो में तबाही ।
बुल्गारिया के उज़बेक/उज़ेबक प्रान्त में ज़मीन का धंसना शुरू ।
न्यूगिनी, पापुआ क्षेत्र है (?) ।
न्यूबर्न उल्कापात ( अग्निशिखा )
मोज़ाम्बिक में धंसेगी ज़मीन ।
दक्षिणी ध्रुव गलने लगा ।
पेरुग्वे में समुद्री तूफ़ान ।
इस्तांबुल में बम विस्फोट ।
केन्या में ज़मीन का उठान जल प्रपात ।
मॉरीशस में जल प्रलय ।
कोच्चीपट्टनम तक जल भराव ।
उरुग्वे में जल तूफ़ान ।
जकार्ता में विस्फोट ।
सोमालिया में रंगभेद नीति का दबाव ।
लाल निशाने पर होगी चोट ।
पेरू के महासागर में उफान ।
दमिश्क ( पहाड़ी क्षेत्र ) में जलभराव ।
न्यूज़ीलैण्ड में ज्वालामुखी उठेगा । खाड़ी फट जाएगी ।
( 25 नवम्बर से ) सिसली में तीन दिन में कहर ।
भारत की तीन दीवारें ढहीं । पश्चिम उत्तर पूर्व ।
नामीबिया के राष्ट्रपति का देहांत ।
पुश्किन की घेराबंदी ।
वाल्जश्विक में क्रांति ।
अटलांटा में भीषण बर्फ़बारी ।
रोम में तीन समुदायों में भीषण टक्कर ।
राहू केतु जीभ लपलपा रहे हैं ।
तंजानिया में भूकंप ।
इटली में 9.3 तीव्रता के 200 भूकंप ।
आधी धरती होगी नाबाद ।
( तिब्बत लद्दाख के पास ) तेंजियांग में दर्रा है ।
(  पाकिस्तान में ) खेबर का दर्रा है । खेबर के दर्रे से पठान कोट तक भूमिगत सुरंग है ।  इसमें परमाणु विस्फोटक सयंत्र की नालियां डाली गयी हैं ।
उखेबर पश्चिम प्रान्त में परमाणु विस्फोट ।
नेपाल से कोट्टायम तक पानी की लकीर । चेतावनी ।
आधा समुद्र लहुलुहान होगा ।
मछुआरों की जात समाप्त हो जाएगी ।
लाल किले पर भीषण प्रहार ।
जाम्बिया गणराज्य नस्तेनाबूद ।
युगोस्लाविया में रेत के ढेर ।
रोहतक में कर्फ्यू ।
दिलशाद गार्डन में बम फटेगा ।
अंगोला में व्यापक महामारी ।
त्रिचुरापल्ली में अजीब से दहशत ।
मैसूर, आलमबाग में कुआँ फटेगा ।
ज़मीन के चारों तरफ 300 घन मीटर का घेरा कोहरे और धुएं का ।
23 जुलाई से पृथ्वी की नयी संरचना शुरू ।
नया समुद्र बरमूडा के बायें क्षेत्र से उठेगा ।
पुराना समुद्र का पुरुष जा रहा है । नए की नियुक्ति ।
खार ( होशंगाबाद, मध्य प्रदेश ) में व्यापक तबाही ओला वृष्टि से ।
तमिलनाडू में कुछ होना है (चक्रवात ?)
धारचूला ( उत्तराखंड ) में अग्निकांड ।
कोपरखेडी ( पंजिम, गोवा)  उलका वृष्टि ।
रिओ डे जेनेरो में सुनामी जल वृष्टि ।
रतलाम में ओला वृष्टि ।
मध्य प्रदेश में ओला अग्नि वृष्टि ।

22 नवंबर 2013

महाविनाश की उलटी गिनती शुरू

ये तो तय है प्रथ्वी और सौरमंडल में लगातार कुछ विचित्र सा घट रहा है । विश्व के कई स्थानों पर अदभुत असामान्य घटनायें देखने में आ रही हैं । खैर फ़िलहाल कुछ कारणों से मैं इन पर अपनी सटीक टिप्पणी नहीं कर सकता । लेकिन इतना स्पष्ट कर सकता हूँ । ये संकेत शब्दशः बल्कि अक्षरशः मैंने ज्यों के त्यों लिखे हैं । लगभग दो से तीन घण्टे में एक एक कर आये ये संकेत आने के बाद मैंने साथ के साथ फ़ोन द्वारा म प्र. स्वपनिल को बताये । क्योंकि ये लेटने के बाद आते हैं । और मैं स्वयं इनको लिख नहीं सकता । अगर लिखूँगा । तो आने बन्द हो जायेंगे । एक अजीव बात ये है कि इनमें से बहुत से स्थान, बहुत सी चीजें, कई शब्द मेरे लिये बिलकुल ही नये हैं । जिन्हें मैं पहले तो क्या, अब भी नहीं जानता । जैसे - महाविनाश की उलटी गिनती शुरू, मैंने अलंकारिक अन्दाज या भावना या शैली से स्वयं नहीं लिखा । 

बल्कि ये शब्द ठीक ऐसे ही आये । और जैसे - कुचाली तरंगे, मैं क्या मेरे पिताजी या उनके भी पिताजी को नहीं मालूम, क्या बला है ? जैसे - हयूमन बीइंग की शुरूआत, ठीक इन्हीं शब्दों में आया । अतः भाव ये कि किसी समाचार की हेडलाइंस से ये संकेत और सम्बन्धित पूर्व लेखों के संकेत ज्यों के त्यों है । बस मेरी दिलचस्पी एक सामान्य व्यक्ति की भांति इनमें सिर्फ़ इसीलिये है कि - ज्वालामुखी, नाक्षत्रिक घटनाओं, चक्रवात, समुद्रीय हलचल आदि आदि की कई सांकेतिक बातें एकदम सही हुयी या होती जा रही हैं । इनमें कई संकेत जैसे - पानी में घुल रहा है जहर, समुद्री सीमाओं के तटबंध हटे । नील नदी में उफान । जल का उठान 300 किलोमीटर आदि आदि कई संकेत मेरे सामने सचित्र से भी हुये । यानी एकदम स्पष्ट । पर अभी मैं विशेष आवेशों से ग्रस्त हूँ । बहुत पीङादायी स्थिति में । बेहद मुश्किल से टायप आदि भी कर पाता हूँ । अतः विस्तार नहीं दे पाता । लिखना भी दूभर है । जो भी है । आप इन संकेतों को समझने की कोशिश करें । ध्यान रहे । मैं इन्हें अपनी या किसी और की भविष्यवाणी हरगिज नहीं कह रहा । न

ही ये रोज आते हैं । जो भी बात है । मैं बिना छिपाये आपसे स्पष्ट ज्यों की त्यों ही कह रहा हूँ ।
ये संकेत लगभग पन्द्रह दिन पहले के, बीच बीच में आये - राजीव कुलश्रेष्ठ ।
तिरुवत लद्दाख के नीचे और शिंजिआंग के पास है ।
निकरागुआ में भीषण आगजनी ।
पंचगनी में होगा घमासान ।
लोआबे टापू पर कटेगी जलराशि - दक्षिण अफ्रीका के मध्य का हिस्सा ।
समुद्री सीमाओं के तटबंध हटे । 
हवाई में भूकम्प । 
चिली में कहर मारकाट । 
वेनेज़ुएला में संघर्ष रक्तपात ( सामरिक तबाही )
ओहायो में कर्फ्यू । 
नील नदी में उफान । 
पेरू में ज्वालामुखी ।
मलय में आगजनी ।
रक्तक्रांति का दौर ।
मिसीसिप्पी में नरसंहार ।
फुरकेत किसी का अड्डा ।
रोमानिया 3 टुकड़ों में टूटा ।
रोमानिया आया ( हिंद ) महासागर की चपेट में ।
निकरागुआ ढहा ।
रूस में वालजोश्विक भैरव आ गया । 
रूस का छंटवा हिस्सा टूटा । 
गुआटेमाला में भूकम्प । 
पेंसलवेनिया में भूकम्प । 
तुर्कमेनिस्तान में भूकम्प । 
फिलीपीन्स में नरसंहार ( आगजनी ) । 
फ्रैंकफर्ट में अरबों ( जाति ) का घमासान । फ्रैंकफर्ट जमींदोज । 
चीन होगा नए समय का सबसे छोटा देश । आबादी होगी सिर्फ 70 ।
चीन की भूमि नष्ट ।
ऑस्ट्रेलिया जापान के बचने की सम्भावना कम ।
दक्षिण जलमग्न । उत्तर में पहाड़ । पश्चिम में बिखराव । पूरब ढहा ।
पनामा में जल वृष्टि । उरगुए में जलसंधि ।
उत्तर में सूर्योदय ।
नॉर्वे में विस्फोट ।
बरमूडा से गयी है पाताल तक सुरंग । यही है अनंत जलराशि का स्रोत । यही खजाने का स्रोत भी है । 
विएना में भूकम्प । 
खाड़ी देशों में आपातकालीन स्थिति । 
चौरीचौरा कांड की पुनरावृत्ति । 
होंगशेन के किले ( चीन की दीवार, निंगजिआ की पूर्वी दीवाल ) पर कब्ज़ा । 
तेल अवीव से पाकिस्तान तक बारूदी सुरंग । 
भूमध्य सागर में ज्वालामुखी प्रेत । 
जल का उठान 300 किलोमीटर ।
होनुलूलू में भूकम्प या भीषण विस्फोट ।
तेंतिआंग/तेंजिआंग में जलकटाव ।
अल्जीरिआ में भूकम्प ।
पानी में ज़हर घुल रहा है ।
उरंगुटान में 2 टापू ध्वस्त ।
विएतनाम में तबाही ।
यहाँ से मिले संकेत कल रात के हैं -
कम्बोडिआ में अकाल भुखमरी ।
निकरागुआ में भीषण वृष्टि ।
तोरा बोरा पहाड़ में भूस्खलन ।
पानी में घुलेगा ज़हर - सल्फ्यूरिक एसिड की मात्र बढ़ेगी ।
इससे तेज़ाबी वृष्टि होने की सम्भावना ।
अमेज़न में झटका 9.3/9.7 का । 
( शरीर के ) अंदरूनी चोटों के मामलों में वृद्धि । 
घातक लक्षणों वाले ज्वर । 
( ये मुख्यतः ) जल प्रलय होगी । 
पश्चिमी पंजाब ( पाकिस्तान ? ) का तटबंध टूटेगा । 
न्यूज़ीलैण्ड में बम फटा ।
हयूमन बीइंग की शुरुआत । कल रात्रि से ।
प्रचंड काली हवाओं का आगमन ।
टापुओं में जलभराव शुरू । टापू दलदल में धसे ।
मलयागिर ( उड़ीसा/नेपाल ? ) के पहाड़ ज़मींदोज़ ।
पाकिस्तान में परमाणु बम फटेगा ।
काबुल पेशावर के ( किसी ) कारण पाकिस्तान में राष्ट्रीय आपदा ।
पाकिस्तान में परमाणु बम अंडरग्राउंड है । ये दो हैं । खुद का बनाया बम फटेगा । 
तुर्क मंगोलिया, ईरान, स्वीडेन, नार्वे । इस पट्टी पर कहर होगा ।
पृथ्वी के ध्रुव परिवर्तित । 
हिरण्यकश्यप और हिरण्याक्ष आयेंगे धरती पर असुरों से बदला लेनें । 
तीनों लोकों के देवता ( इस हलचल से ) थरथर काप रहे हैं । 
4 केन्द्रों से उठेगा नया सिरा - भारत, भूटान या पश्चिमी बांग्लादेश ( बंगाल ?) ज़ाम्बिया और निकोलस का गढ़ ।
भूटान दफ़न होने की सम्भावना । नेपाल भी खत्म ।
परिवर्तित ध्रुवों ने ( कल से ) घूमना शुरू किया ।
पृथ्वी पर भीषण आगजनी । ( ये शायद धूमकेतु, ज्वालामुखी और परमाणु बम आदि से होगी ।
- महाविनाश की उलटी गिनती शुरू । ( कल रात्रि से )
- सिसली में ज्वालामुखी प्रेत । 
- पृथ्वी पर कुचाली तरंगों का समावेश । ( होने लगा )
- रोहिणी फटेगा । रोहिणी में टकराएंगे दो विमान  ( मैं खुद इसका मतलब नहीं समझा । पर शायद इसका सम्बन्ध तारे से है । )
- मंगल लाल से पीला होने लगा ।
- कुचाली तरंगे ऐसा घेरा बना लेती हैं । जहाँ कोई अन्य चीजे काम नहीं करती हैं । जिस क्षेत्र में होती हैं । वहाँ भीषण तबाही करती हैं । ( विज्ञान शायद इनको स्थिर तरंगे कहता है )
इसी विषय पर तीनों लिंक्स -
अगले चार महीनों में क्या होने वाला है
http://searchoftruth-rajeev.blogspot.in/2013/10/blog-post_9.html
लिख गयी है महाविनाश की रूपरेखा
http://searchoftruth-rajeev.blogspot.in/2013/10/blog-post_11.html
महाविनाश की उलटी गिनती शुरू 
http://searchoftruth-rajeev.blogspot.in/2013/11/blog-post_22.html
ऐसा ही एक और संदर्भ -
एडगर केसी ने अपने जीवन में बहुत सी बातें कहीं । वो तंद्रा की अवस्था में यह सब बताते थे । इसलिए उन्हें sleeping prophet कहा जाता है । उन्होंने लगभग हर विषय पर बोला । उदाहरण के लिए बीमारी के इलाज बताए । लेकिन समस्या यह है कि उनके बताए उपायों में प्रयोग होने वाली वस्तुएं या तो धरती पर से समाप्त हो गईं । या आने वाले समय में खोजी जाएंगी । इस कारण कई मरीजों की इलाज पता लगने के बावजूद मृत्यु हो जाती थी । केसी द्वारा बोली गई बातें श्रृंखलाबद्ध रूप में संकलित हैं । और इन पर अध्ययन के लिए यह सोसाइटी कार्य कर रही है ।
 http://www.edgarcayce.org/edgar-cayce1.html 

एडगर केसी " अनेक महल " 8

http://panchjanya.com/arch/2005/6/12/File16.htm

विशेष - ये उन दो महत्वपूर्ण साइटस के लिंक हैं । जहाँ आप भूकंप ज्वालामुखी और प्राकृतिक आपदाओं के बारे में कुछ निरीक्षण परीक्षण जैसा अध्ययन कर सकते हैं ।
http://earthquakes.volcanodiscovery.com/
Interactive Map of Active Volcanoes and recent Earthquakes world-wide
earthquakes.volcanodiscovery.com
http://hisz.rsoe.hu/alertmap/index2.php
RSOE EDIS - Emergency and Disaster Information Service
hisz.rsoe.hu
*************
Zindagi Haseen Hai Ise Pyar Karo
Har Raat Ki Nai Subha Ka Intjaar Karo
Wo Paal Bhi Aayega, Jiska Aapko Intjaar Hai
Bas Apne Rab Par Bharosa Aur Waqt par Aitbaar Karo
Awara parinda Vk$

19 नवंबर 2013

भेड़िया सूर्य को खा जाएगा

अगर आज यहाँ वाइकिंग होते । तो यॉर्क में बजे एक भोंपू की आवाज से हर जगह अफरा तफरी का माहौल हो जाता । इस प्राचीन वाद्य यन्त्र को 14 नवम्बर की रात को बजाया गया । जो कि नॉर्स मिथक के अनुसार विश्व के समाप्ति के ठीक 100 दिन बचे होने का द्योतक है । किंवदंतियों के अनुसार नॉर्स देवता, हाईमडाल इस जेलेर्र्होर्न ( भोंपू ) को बजाकर वाइकिंग प्रलय का संकेत देते । जिसे " रेग्नरोक " के नाम से भी जाना जाता है । रेग्नरोक जिसका अर्थ होता है - देवताओं की क़यामत । सर्दियों की सर्दी के बाद आयेगी । वाइकिंग लोगों का मानना था कि प्रलय से पूर्व धरती पर लगातार तीन जमा देने वाली सर्दियाँ आयेंगी । जिनके बीच कोई गर्मी नहीं पड़ेगी । समस्त नैतिकता अद्रश्य हो जायेगी । और दुनिया भर में युद्ध छिड जायेंगे । जो कि अंत की शुरुआत के द्दोतक हैं । भेड़िया सूर्य को खा जाएगा । और उसका भाई हाटी चंद्रमा 

को खा जाएगा । आकाश में से सारे तारे गायब हो जायेंगे । और धरती अनंत अन्धकार में चली जायेगी । नॉर्स मिथकों के विशेषज्ञों ने गणना की है कि वाइकिंग लोगों के अनुसार ये घटना 22 फरवरी 2014 को होगी । इस दिन देवता ओडिन फेंरीर नामक भेडिये और अन्य " निर्माता " देवताओं के हांथों मार दिए जायेंगे । प्रचंड भूकंप आयेंगे । समुद्र उपाद चढ़ जाएगा । धरती और आकाश विषाक्त हो जायेंगे । इस मौत के बाद धरती को समुद्र में डूब जाने का पूर्वादेश मिला है । जिससे एक नयी, अनंत संसाधनों से परिपूर्ण; काल्पनिक सी दुनिया का मार्ग प्रशस्त होगा । कथा के अनुसार इस बात का प्रभाव सर्वप्रथम मनुष्यों पर पड़ेगा । भाई भाई से लडेगा । और सभी सीमाएँ समाप्त हो जायेंगी । सीमाएँ समाप्त होने का आशय हम आज के इन्टरनेट युग से ले सकते हैं । वाइकिंग लोगों के अनुसार प्रलय से पूर्व एक भीषण ठण्ड का भी जिक्र है । हाल ही में सूर्ये के उर्जा उत्सर्जन में कमी के चलते ऐसा अनुमान है कि धरती एक छोटे हिमयुग का सामना कर सकती है । कथा के एक और हिस्से में बताया गया है कि मिड्गार्ड का सरीसृप जिसका नाम जोर्मुडगंड है । वह स्वयं को अपनी पूंछ से आजाद कर लेगा । और समुद्र से ऊपर उठेगा ।
इस लिंक पर पूरा लेख अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध है ।
http://www.dailymail.co.uk/sciencetech/article-2507778/Will-world-end-100-days-Sounding-ancient-trumpet-York-warns-Viking-apocalypse-22-February-2014.html

इसी विषय पर तीनों लिंक्स -
अगले चार महीनों में क्या होने वाला है
http://searchoftruth-rajeev.blogspot.in/2013/10/blog-post_9.html
लिख गयी है महाविनाश की रूपरेखा
http://searchoftruth-rajeev.blogspot.in/2013/10/blog-post_11.html
महाविनाश की उलटी गिनती शुरू 
http://searchoftruth-rajeev.blogspot.in/2013/11/blog-post_22.html
ऐसा ही एक और संदर्भ -
एडगर केसी ने अपने जीवन में बहुत सी बातें कहीं । वो तंद्रा की अवस्था में यह सब बताते थे । इसलिए उन्हें sleeping prophet कहा जाता है । उन्होंने लगभग हर विषय पर बोला । उदाहरण के लिए बीमारी के इलाज बताए । लेकिन समस्या यह है कि उनके बताए उपायों में प्रयोग होने वाली वस्तुएं या तो धरती पर से समाप्त हो गईं । या आने वाले समय में खोजी जाएंगी । इस कारण कई मरीजों की इलाज पता लगने के बावजूद मृत्यु हो जाती थी । केसी द्वारा बोली गई बातें श्रृंखलाबद्ध रूप में संकलित हैं । और इन पर अध्ययन के लिए यह सोसाइटी कार्य कर रही है ।
 http://www.edgarcayce.org/edgar-cayce1.html

एडगर केसी " अनेक महल " 8
http://panchjanya.com/arch/2005/6/12/File16.htm


12 नवंबर 2013

प्राकृतिक आपदा दर्शाते प्रलय के पूर्व संकेत

मैं अभी इस बात को लेकर एकदम स्पष्ट नहीं हूँ कि क्या सही है और क्या गलत । पर सब कुछ सामान्य सा नहीं है । मैं अपने और तुलनात्मक आम जनजीवन से इसको थोङा अलग ही देखता हूँ । क्योंकि मैं किसी ज्योतिषी या भविष्यवक्ता की भांति इसमें कोई हर्ष या गर्व भी महसूस नहीं करता । ये प्राकृतिक आपदा दर्शाते पूर्व संकेत या किसी समय समाज के परिवर्तन या मूलभूत बदलाव के संकेत किसी भी सूक्ष्म या अणु योगी आदि योग विधाओं से जुङे व्यक्तित्व के दिनचर्या गतिविधियों आदि का एक आम हिस्सा ही है । और आश्चर्य नहीं कि ये बहुत लोगों को आते हैं । यहाँ तक खाली दिमाग से युक्त आध्यात्मिक चेतना से खास जुङाव रखने वाले कुछ सामान्य व्यक्तियों को भी । अतः गर्व जैसा कुछ नहीं है । लेकिन इन्हीं संकेतों से मेरी सांसारिक सामाजिक कार्यों के प्रति एक उदासीनता सी बनी हुयी है । मेरी साहिल और स्वपनिल से इस विषय को लेकर घण्टों बात होती रहती है । क्योंकि वे इन विषयों का पूर्व में घटित घटनाओं पर खासा पूर्व अध्ययन भी रखते हैं ।
जैसा कि आपने देखा होगा । मेरे द्वारा बताये गये संकेत बाह्य तौर भी एक कृम में तेजी से उभर रहे हैं । वास्तव में दृश्य अदृश्य ज्ञात अज्ञात तौर पर घटनायें इतनी तेजी से घट रही हैं कि प्रमुख वैज्ञानिक भी कुछ कह नहीं पा रहे । इस अंश प्रलय को लेकर जहाँ तक मेरे अनुभव में आया है । दैवीय सत्ता के कार्यकृम में कुछ बदलाव हुये हैं । पहले यह प्रलय हाहाकारी दृश्य लिये हुये थी । जिसमें धरती के जनजीवन युक्त स्थानों पर ज्वालामुखी, भूकम्प, परमाणु केन्द्रों

से विनाश और भूगर्भ से जहरीली गैसों का रिसाव प्रमुख था । सीधी सी बात है । ऐसा होने पर अफ़रातफ़री का माहौल अधिक होना था । अतः समूचे बदलाव को शान्तिप्रिय ढंग से क्रियांवित करने हेतु इसमें खास बदलाव हुआ है । जिसके चलते फ़िलीपींस तूफ़ान जैसी घटनायें एक दृश्य उदाहरण के रूप में है । वास्तव में वैश्विक जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त न हो । और नयी वैश्विक सभ्यता संस्कृति का उदगम हो । और क्योंकि बहुसंख्यक लोग प्रलय की बेताबी से प्रतीक्षा कर रहे हैं । अतः तेजी से बदलती स्थितियां सम्भवतः इसका संकेत देने लगी हैं । और खास आंतरिक स्तर पर कुछ अधिक ही देखने में आ रहा है । 

पुनश्च - मुझे नहीं पता असामान्य परिवर्तनों की आपको क्या क्या जानकारी मिल रही है । पर बहुत सी चीजें बहुत तेजी से घट रही हैं । इनमें जैसा कि मैंने कई बार जिक्र किया । बहुसंख्यक लोगों की जिन्दगी जैसे पहिये से उतर कर ठहर सी गयी हो । मुश्किल से रोटी भर कमा पा रहे हैं । मैंने कहा था - जो पहले से प्रचुर मात्रा में पुण्यवान हैं । वही इस समय ठीक रहेंगे । बाकी शरणार्थी कैंप जैसे । ये थी धन सम्बन्धित । तन सम्बन्धित परेशानी में - अजीब सी बीमारियों का चलन देखने में आयेगा । लगभग हर आदमी किसी न किसी दवा के सहारे से जीवन चला पायेगा । क्योंकि ये बीमारियां दैवीय होंगी । इसलिये शरीर में एक अजीब सा आलस्य थकान और दर्द कसकता सा 

मालूम पङता रहेगा । एक और अनुभव में ऐसा लगेगा । जैसे शरीर में किसी ने हवा सी भर दी हो । और शरीर भारी भारी सा रहता हो । बिना वजह सिर भी भारी भारी सा रहेगा । मन से सम्बन्धित में - मन में एक उत्साहहीनता व्याप्त होकर अजीब सी जङता आ जायेगी । मन बुद्धि ठीक से निर्णय नहीं ले सकेंगे । और अक्सर लोगों का मन हर तरफ़ से उचाट सा रहेगा । जैसे पता नहीं क्या होने वाला है ?
अभी कल मुझे एक उन्मादी ज्वर का भी संकेत मिला है । ये क्या है । मैं नहीं जानता । पर ये लोगों की सोचने समझने की शक्ति छीन लेगा । ठीक वैसा ही । जैसे श्रीराम ने खर-दूषण से स्वयं लङने के बजाय ऐसा भृम पैदा कर दिया कि उन सबको आपस में एक दूसरा राम नजर आने लगा । और वे बिना ( राम के ) श्रम के आपस में ही हताहत हो गये । मर गये । दरअसल मन स्तर पर कुछ भी अधिक अहसास न होने का माया योग तरीका विलक्षण है । इसमें आपको विश्व को जैसा

देखने की आदत पङी हुयी है । उसमें बेहद बदलाव उठापटक के बावजूद भी शेष जनता को कोई मानसिक आघात नहीं पहुंचेगा । और नयी व्यवस्था आराम से कार्य करने लगेगी । जहाँ तक इस तवाही के केन्द्र की बात है । वह अजरबेजान से हो सकता है । अमेरिका के पापुआ न्यूगिनी, लेबनान, वियतनाम और लगभग पूरा अमेरिका ही प्रभावित होकर अस्तित्व खो बैठेगा । भारत में भी निचला हिस्सा यानी केरल से ऊपर आधा पानी में डूब जायेगा । दिल्ली का मैंने बहुत पहले स्वपनिल को बता दिया था । दिल्ली के कुछ दो तीन स्थान छोङकर सारी दिल्ली ढह जायेगी । खोजे नहीं मिलेगी । आपको शायद पता न हो । कई स्थानों पर अचानक ऐसे बङे और गहरे पाताली गढ्ढे तेजी से बन रहे हैं । जिनका अन्त दिखाई नहीं देता । मेरे ख्याल से जापान आस्ट्रेलिया कभी थे । ऐसा कहा जायेगा । सबसे ज्यादा नुकसान चीन का होगा । भारत में केरल से समुद्र सीधा चीन की छाती से गुजरता हुआ रूस के समुद्र से एक हो जायेगा ।
अभी कुछ दिनों पहले मुझे एक संकेत मिला था - जाग उठा ज्वालामुखी प्रेत । ये पूर्व का सिद्ध भीषण ज्वालामुखी इटली के समुद्र में स्थित है । ये पांच सौ किलोमीटर के परिधि के ठीक केन्द्र से तीन सौ किलोमीटर ऊँचाई का जलीय फ़ब्बारा सा छोङेगा । आप कल्पना करिये । क्या हो सकता है ?
इसी विषय पर तीनों लिंक्स -
अगले चार महीनों में क्या होने वाला है
http://searchoftruth-rajeev.blogspot.in/2013/10/blog-post_9.html
लिख गयी है महाविनाश की रूपरेखा
http://searchoftruth-rajeev.blogspot.in/2013/10/blog-post_11.html
महाविनाश की उलटी गिनती शुरू 
http://searchoftruth-rajeev.blogspot.in/2013/11/blog-post_22.html
ऐसा ही एक और संदर्भ -
एडगर केसी ने अपने जीवन में बहुत सी बातें कहीं । वो तंद्रा की अवस्था में यह सब बताते थे । इसलिए उन्हें sleeping prophet कहा जाता है । उन्होंने लगभग हर विषय पर बोला । उदाहरण के लिए बीमारी के इलाज बताए । लेकिन समस्या यह है कि उनके बताए उपायों में प्रयोग होने वाली वस्तुएं या तो धरती पर से समाप्त हो गईं । या आने वाले समय में खोजी जाएंगी । इस कारण कई मरीजों की इलाज पता लगने के बावजूद मृत्यु हो जाती थी । केसी द्वारा बोली गई बातें श्रृंखलाबद्ध रूप में संकलित हैं । और इन पर अध्ययन के लिए यह सोसाइटी कार्य कर रही है ।
http://www.edgarcayce.org/edgar-cayce1.html 

एडगर केसी " अनेक महल " 8
http://panchjanya.com/arch/2005/6/12/File16.htm

100 दिन बाद बैंक में रखा आपका पैसा हो जाएगा 'अनसेफ'!....http://aajtak.intoday.in/story/microsoft-windows-xp-on-the-way-out-psu-banks-face-security-risk-1-746974.html


Ek bar Rajiv Gandi yamlok me bathe the..Wo achanak hans pade Indira Gandi -  kyo hanse. ? Rajiv -  Soniy se shaadi meine ki, par bechara manmohan singh bhugat raha hai...!! 

10 नवंबर 2013

ओम बन्ना का रहस्य

गुरूजी सादर प्रणाम ! मेरे मन में एक प्रश्न था । वो ये है के हमारे यहाँ राजस्थान में ओम बन्ना का काफी बोलबाला हो रहा है । उनके पीछे की कहानी मैंने दोस्तों से सुनी भी है । और इंटरनेट के जरिये पढ़ी भी है । वो कहानी मैं भेज रहा हूँ । मैं सिर्फ ये जानना चाहता हूँ कि - ये क्या सच हो सकता है क्या ? या फिर यूँ ही लोगो का अन्धविश्वास है । और साथ ही साथ ये भी जानना चाहता हूँ कि इस कहानी या घटना के बारे में आपकी क्या राय है । 
स्टार one पर एक एपिसोड भी इनके बारे में आया था । मैं उसका लिंक यहाँ दे रहा हूँ । साथ ही उनकी कुछ फ़ोटो भी आपेको मेल कर रहा हूँ !
उनके बारे में जो पढ़ा । या सुना है । वो ये है कि जोधपुर अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर जोधपुर से पाली जाते वक्त पाली से लगभग 20 km पहले रोहिट थाने का " दुर्घटना संभावित " क्षेत्र का बोर्ड लगा दिखता है । और उससे कुछ दूर जाते ही सड़क के किनारे जंगल में लगभग 30 से 40 प्रसाद व पूजा अर्चना के सामान से सजी दुकाने दिखाई देती हैं । और साथ ही नजर आता है - भीड़ से घिरा एक चबूतरा । जिस पर एक बड़ी सी फोटो लगी । और हर वक्त जलती ज्योति । और चबूतरे के पास ही नजर आती है - एक फूल मालाओं से लदी बुलेट मोटर साईकिल । यह वही स्थान है । और वही मोटर साइकिल । जिसका मैं परिचय कराने जा रहा हूँ ।
यह " ओम बना " का स्थान है । ओम बना ( ओम सिंह राठौड़ ) पाली शहर के पास ही स्थित चोटिला गांव के 

ठाकुर जोग सिंह जी राठौड़ के पुत्र थे । जिनका इसी स्थान पर अपनी इसी बुलेट मोटर साईकिल पर जाते हुए 1988 में एक दुर्घटना में निधन हो गया था । स्थानीय लोगों के अनुसार इस स्थान पर हर रोज कोई न कोई वाहन दुर्घटना का शिकार हो जाया करता था । जिस पेड के पास ओम सिंह राठौड़ की दुर्घटना घटी । उसी जगह पता नहीं । कैसे कई वाहन दुर्घटना का शिकार हो जाते । यह रहस्य ही बना रहता था । कई लोग यहाँ दुर्घटना के शिकार बन अपनी जान गँवा चुके थे । ओम सिंह राठोड की दुर्घटना में मृत्यु के बाद पुलिस ने अपनी कार्यवाही के तहत उनकी इस मोटर साईकिल को थाने लाकर बंद कर दिया । लेकिन दूसरे दिन सुबह ही थाने से मोटर साइकिल गायब देखकर पुलिस कर्मी हैरान थे । आखिर तलाश करने पर मोटर साईकिल वही दुर्घटना स्थल पर ही पाई गई । पुलिस कर्मी दुबारा मोटर साईकिल थाने लाये । लेकिन हर बार सुबह मोटर साईकिल थाने से रात के समय गायब हो दुर्घटना स्थल पर ही अपने आप पहुँच जाती । आखिर पुलिस कर्मियों व ओम सिंह के पिता ने ओम सिंह की मृत आत्मा की यही इच्छा समझ उस मोटर साईकिल को उसी पेड के पास छाया बनाकर रख दिया । इस चमत्कार के बाद रात्रि में वाहन चालको को ओम सिंह अक्सर वाहनों को दुर्घटना से बचाने के उपाय करते व चालकों को रात्रि में दुर्घटना से सावधान करते दिखाई देने लगे । वे उस दुर्घटना संभावित जगह तक पहुँचने वाले वाहन को जबरदस्ती रोक देते या धीरे कर देते । ताकि उनकी तरह कोई और वाहन चालक असामयिक मौत का शिकार न बने । और उसके बाद आज तक वहाँ दुबारा कोई दूसरी दुर्घटना नहीं हुयी ।
ओम सिंह राठौड़ के मरने के बाद भी उनकी आत्मा द्वारा इस तरह का नेक काम करते देखे जाने पर वाहन चालकों व स्थानीय लोगों में उनके प्रति श्रद्धा बढ़ती गयी । और इसी श्रद्धा का नतीजा है कि ओम बना के इस स्थान पर हर वक्त उनकी पूजा अर्चना करने वालों की भीड़ लगी रहती है । उस राजमार्ग से गुजरने वाला हर वाहन यहाँ रुककर ओम बना को नमन कर ही आगे बढ़ता है । और दूर दूर से लोग उनके स्थान पर आकर उनमे अपनी श्रद्धा प्रकट कर उनसे व उनकी मोटर साईकिल से मन्नत मांगते हैं । कौशलेंद्र नागौरिया
Om Banna पर star one पर प्रसारित होने वाले एक serial के episod का link
http://www.youtube.com/watch?v=YGgE8o8KPfw
उत्तर शीघ ही

मेरे बारे में

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सत्यसाहिब जी सहजसमाधि, राजयोग की प्रतिष्ठित संस्था सहज समाधि आश्रम बसेरा कालोनी, छटीकरा, वृन्दावन (उ. प्र) वाटस एप्प 82185 31326