ये तो तय है प्रथ्वी और सौरमंडल में लगातार कुछ विचित्र सा घट रहा है । विश्व के कई स्थानों पर अदभुत असामान्य घटनायें देखने में आ रही हैं । खैर फ़िलहाल कुछ कारणों से मैं इन पर अपनी सटीक टिप्पणी नहीं कर सकता । लेकिन इतना स्पष्ट कर सकता हूँ । ये संकेत शब्दशः बल्कि अक्षरशः मैंने ज्यों के त्यों लिखे हैं । लगभग दो से तीन घण्टे में एक एक कर आये ये संकेत आने के बाद मैंने साथ के साथ फ़ोन द्वारा म प्र. स्वपनिल को बताये । क्योंकि ये लेटने के बाद आते हैं । और मैं स्वयं इनको लिख नहीं सकता । अगर लिखूँगा । तो आने बन्द हो जायेंगे । एक अजीव बात ये है कि इनमें से बहुत से स्थान, बहुत सी चीजें, कई शब्द मेरे लिये बिलकुल ही नये हैं । जिन्हें मैं पहले तो क्या, अब भी नहीं जानता । जैसे - महाविनाश की उलटी गिनती शुरू, मैंने अलंकारिक अन्दाज या भावना या शैली से स्वयं नहीं लिखा ।
बल्कि ये शब्द ठीक ऐसे ही आये । और जैसे - कुचाली तरंगे, मैं क्या मेरे पिताजी या उनके भी पिताजी को नहीं मालूम, क्या बला है ? जैसे - हयूमन बीइंग की शुरूआत, ठीक इन्हीं शब्दों में आया । अतः भाव ये कि किसी समाचार की हेडलाइंस से ये संकेत और सम्बन्धित पूर्व लेखों के संकेत ज्यों के त्यों है । बस मेरी दिलचस्पी एक सामान्य व्यक्ति की भांति इनमें सिर्फ़ इसीलिये है कि - ज्वालामुखी, नाक्षत्रिक घटनाओं, चक्रवात, समुद्रीय हलचल आदि आदि की कई सांकेतिक बातें एकदम सही हुयी या होती जा रही हैं । इनमें कई संकेत जैसे - पानी में घुल रहा है जहर, समुद्री सीमाओं के तटबंध हटे । नील नदी में उफान । जल का उठान 300 किलोमीटर आदि आदि कई संकेत मेरे सामने सचित्र से भी हुये । यानी एकदम स्पष्ट । पर अभी मैं विशेष आवेशों से ग्रस्त हूँ । बहुत पीङादायी स्थिति में । बेहद मुश्किल से टायप आदि भी कर पाता हूँ । अतः विस्तार नहीं दे पाता । लिखना भी दूभर है । जो भी है । आप इन संकेतों को समझने की कोशिश करें । ध्यान रहे । मैं इन्हें अपनी या किसी और की भविष्यवाणी हरगिज नहीं कह रहा । न
ही ये रोज आते हैं । जो भी बात है । मैं बिना छिपाये आपसे स्पष्ट ज्यों की त्यों ही कह रहा हूँ ।
ये संकेत लगभग पन्द्रह दिन पहले के, बीच बीच में आये - राजीव कुलश्रेष्ठ ।
तिरुवत लद्दाख के नीचे और शिंजिआंग के पास है ।
निकरागुआ में भीषण आगजनी ।
पंचगनी में होगा घमासान ।
लोआबे टापू पर कटेगी जलराशि - दक्षिण अफ्रीका के मध्य का हिस्सा ।
समुद्री सीमाओं के तटबंध हटे ।
हवाई में भूकम्प ।
चिली में कहर मारकाट ।
वेनेज़ुएला में संघर्ष रक्तपात ( सामरिक तबाही )
ओहायो में कर्फ्यू ।
नील नदी में उफान ।
पेरू में ज्वालामुखी ।
मलय में आगजनी ।
रक्तक्रांति का दौर ।
मिसीसिप्पी में नरसंहार ।
फुरकेत किसी का अड्डा ।
रोमानिया 3 टुकड़ों में टूटा ।
रोमानिया आया ( हिंद ) महासागर की चपेट में ।
निकरागुआ ढहा ।
रूस में वालजोश्विक भैरव आ गया ।
रूस का छंटवा हिस्सा टूटा ।
गुआटेमाला में भूकम्प ।
पेंसलवेनिया में भूकम्प ।
तुर्कमेनिस्तान में भूकम्प ।
फिलीपीन्स में नरसंहार ( आगजनी ) ।
फ्रैंकफर्ट में अरबों ( जाति ) का घमासान । फ्रैंकफर्ट जमींदोज ।
चीन होगा नए समय का सबसे छोटा देश । आबादी होगी सिर्फ 70 ।
चीन की भूमि नष्ट ।
ऑस्ट्रेलिया जापान के बचने की सम्भावना कम ।
दक्षिण जलमग्न । उत्तर में पहाड़ । पश्चिम में बिखराव । पूरब ढहा ।
पनामा में जल वृष्टि । उरगुए में जलसंधि ।
उत्तर में सूर्योदय ।
नॉर्वे में विस्फोट ।
बरमूडा से गयी है पाताल तक सुरंग । यही है अनंत जलराशि का स्रोत । यही खजाने का स्रोत भी है ।
विएना में भूकम्प ।
खाड़ी देशों में आपातकालीन स्थिति ।
चौरीचौरा कांड की पुनरावृत्ति ।
होंगशेन के किले ( चीन की दीवार, निंगजिआ की पूर्वी दीवाल ) पर कब्ज़ा ।
तेल अवीव से पाकिस्तान तक बारूदी सुरंग ।
भूमध्य सागर में ज्वालामुखी प्रेत ।
जल का उठान 300 किलोमीटर ।
होनुलूलू में भूकम्प या भीषण विस्फोट ।
तेंतिआंग/तेंजिआंग में जलकटाव ।
अल्जीरिआ में भूकम्प ।
पानी में ज़हर घुल रहा है ।
उरंगुटान में 2 टापू ध्वस्त ।
विएतनाम में तबाही ।
यहाँ से मिले संकेत कल रात के हैं -
कम्बोडिआ में अकाल भुखमरी ।
निकरागुआ में भीषण वृष्टि ।
तोरा बोरा पहाड़ में भूस्खलन ।
पानी में घुलेगा ज़हर - सल्फ्यूरिक एसिड की मात्र बढ़ेगी ।
इससे तेज़ाबी वृष्टि होने की सम्भावना ।
अमेज़न में झटका 9.3/9.7 का ।
( शरीर के ) अंदरूनी चोटों के मामलों में वृद्धि ।
घातक लक्षणों वाले ज्वर ।
( ये मुख्यतः ) जल प्रलय होगी ।
पश्चिमी पंजाब ( पाकिस्तान ? ) का तटबंध टूटेगा ।
न्यूज़ीलैण्ड में बम फटा ।
हयूमन बीइंग की शुरुआत । कल रात्रि से ।
प्रचंड काली हवाओं का आगमन ।
टापुओं में जलभराव शुरू । टापू दलदल में धसे ।
मलयागिर ( उड़ीसा/नेपाल ? ) के पहाड़ ज़मींदोज़ ।
पाकिस्तान में परमाणु बम फटेगा ।
काबुल पेशावर के ( किसी ) कारण पाकिस्तान में राष्ट्रीय आपदा ।
पाकिस्तान में परमाणु बम अंडरग्राउंड है । ये दो हैं । खुद का बनाया बम फटेगा ।
तुर्क मंगोलिया, ईरान, स्वीडेन, नार्वे । इस पट्टी पर कहर होगा ।
पृथ्वी के ध्रुव परिवर्तित ।
हिरण्यकश्यप और हिरण्याक्ष आयेंगे धरती पर असुरों से बदला लेनें ।
तीनों लोकों के देवता ( इस हलचल से ) थरथर काप रहे हैं ।
4 केन्द्रों से उठेगा नया सिरा - भारत, भूटान या पश्चिमी बांग्लादेश ( बंगाल ?) ज़ाम्बिया और निकोलस का गढ़ ।
भूटान दफ़न होने की सम्भावना । नेपाल भी खत्म ।
परिवर्तित ध्रुवों ने ( कल से ) घूमना शुरू किया ।
पृथ्वी पर भीषण आगजनी । ( ये शायद धूमकेतु, ज्वालामुखी और परमाणु बम आदि से होगी ।
- महाविनाश की उलटी गिनती शुरू । ( कल रात्रि से )
- सिसली में ज्वालामुखी प्रेत ।
- पृथ्वी पर कुचाली तरंगों का समावेश । ( होने लगा )
- रोहिणी फटेगा । रोहिणी में टकराएंगे दो विमान ( मैं खुद इसका मतलब नहीं समझा । पर शायद इसका सम्बन्ध तारे से है । )
- मंगल लाल से पीला होने लगा ।
- कुचाली तरंगे ऐसा घेरा बना लेती हैं । जहाँ कोई अन्य चीजे काम नहीं करती हैं । जिस क्षेत्र में होती हैं । वहाँ भीषण तबाही करती हैं । ( विज्ञान शायद इनको स्थिर तरंगे कहता है )
इसी विषय पर तीनों लिंक्स -
अगले चार महीनों में क्या होने वाला है
http://searchoftruth-rajeev.blogspot.in/2013/10/blog-post_9.html
लिख गयी है महाविनाश की रूपरेखा
http://searchoftruth-rajeev.blogspot.in/2013/10/blog-post_11.html
महाविनाश की उलटी गिनती शुरू
http://searchoftruth-rajeev.blogspot.in/2013/11/blog-post_22.html
ऐसा ही एक और संदर्भ -
एडगर केसी ने अपने जीवन में बहुत सी बातें कहीं । वो तंद्रा की अवस्था में यह सब बताते थे । इसलिए उन्हें sleeping prophet कहा जाता है । उन्होंने लगभग हर विषय पर बोला । उदाहरण के लिए बीमारी के इलाज बताए । लेकिन समस्या यह है कि उनके बताए उपायों में प्रयोग होने वाली वस्तुएं या तो धरती पर से समाप्त हो गईं । या आने वाले समय में खोजी जाएंगी । इस कारण कई मरीजों की इलाज पता लगने के बावजूद मृत्यु हो जाती थी । केसी द्वारा बोली गई बातें श्रृंखलाबद्ध रूप में संकलित हैं । और इन पर अध्ययन के लिए यह सोसाइटी कार्य कर रही है ।
http://www.edgarcayce.org/edgar-cayce1.html
एडगर केसी " अनेक महल " 8
http://panchjanya.com/arch/2005/6/12/File16.htm
विशेष - ये उन दो महत्वपूर्ण साइटस के लिंक हैं । जहाँ आप भूकंप ज्वालामुखी और प्राकृतिक आपदाओं के बारे में कुछ निरीक्षण परीक्षण जैसा अध्ययन कर सकते हैं ।
http://earthquakes.volcanodiscovery.com/
Interactive Map of Active Volcanoes and recent Earthquakes world-wide
earthquakes.volcanodiscovery.com
http://hisz.rsoe.hu/alertmap/index2.php
RSOE EDIS - Emergency and Disaster Information Service
hisz.rsoe.hu
*************
Zindagi Haseen Hai Ise Pyar Karo
Har Raat Ki Nai Subha Ka Intjaar Karo
Wo Paal Bhi Aayega, Jiska Aapko Intjaar Hai
Bas Apne Rab Par Bharosa Aur Waqt par Aitbaar Karo
Awara parinda Vk$
बल्कि ये शब्द ठीक ऐसे ही आये । और जैसे - कुचाली तरंगे, मैं क्या मेरे पिताजी या उनके भी पिताजी को नहीं मालूम, क्या बला है ? जैसे - हयूमन बीइंग की शुरूआत, ठीक इन्हीं शब्दों में आया । अतः भाव ये कि किसी समाचार की हेडलाइंस से ये संकेत और सम्बन्धित पूर्व लेखों के संकेत ज्यों के त्यों है । बस मेरी दिलचस्पी एक सामान्य व्यक्ति की भांति इनमें सिर्फ़ इसीलिये है कि - ज्वालामुखी, नाक्षत्रिक घटनाओं, चक्रवात, समुद्रीय हलचल आदि आदि की कई सांकेतिक बातें एकदम सही हुयी या होती जा रही हैं । इनमें कई संकेत जैसे - पानी में घुल रहा है जहर, समुद्री सीमाओं के तटबंध हटे । नील नदी में उफान । जल का उठान 300 किलोमीटर आदि आदि कई संकेत मेरे सामने सचित्र से भी हुये । यानी एकदम स्पष्ट । पर अभी मैं विशेष आवेशों से ग्रस्त हूँ । बहुत पीङादायी स्थिति में । बेहद मुश्किल से टायप आदि भी कर पाता हूँ । अतः विस्तार नहीं दे पाता । लिखना भी दूभर है । जो भी है । आप इन संकेतों को समझने की कोशिश करें । ध्यान रहे । मैं इन्हें अपनी या किसी और की भविष्यवाणी हरगिज नहीं कह रहा । न
ही ये रोज आते हैं । जो भी बात है । मैं बिना छिपाये आपसे स्पष्ट ज्यों की त्यों ही कह रहा हूँ ।
ये संकेत लगभग पन्द्रह दिन पहले के, बीच बीच में आये - राजीव कुलश्रेष्ठ ।
तिरुवत लद्दाख के नीचे और शिंजिआंग के पास है ।
निकरागुआ में भीषण आगजनी ।
पंचगनी में होगा घमासान ।
लोआबे टापू पर कटेगी जलराशि - दक्षिण अफ्रीका के मध्य का हिस्सा ।
समुद्री सीमाओं के तटबंध हटे ।
हवाई में भूकम्प ।
चिली में कहर मारकाट ।
वेनेज़ुएला में संघर्ष रक्तपात ( सामरिक तबाही )
ओहायो में कर्फ्यू ।
नील नदी में उफान ।
पेरू में ज्वालामुखी ।
मलय में आगजनी ।
रक्तक्रांति का दौर ।
मिसीसिप्पी में नरसंहार ।
फुरकेत किसी का अड्डा ।
रोमानिया 3 टुकड़ों में टूटा ।
रोमानिया आया ( हिंद ) महासागर की चपेट में ।
निकरागुआ ढहा ।
रूस में वालजोश्विक भैरव आ गया ।
रूस का छंटवा हिस्सा टूटा ।
गुआटेमाला में भूकम्प ।
पेंसलवेनिया में भूकम्प ।
तुर्कमेनिस्तान में भूकम्प ।
फिलीपीन्स में नरसंहार ( आगजनी ) ।
फ्रैंकफर्ट में अरबों ( जाति ) का घमासान । फ्रैंकफर्ट जमींदोज ।
चीन होगा नए समय का सबसे छोटा देश । आबादी होगी सिर्फ 70 ।
चीन की भूमि नष्ट ।
ऑस्ट्रेलिया जापान के बचने की सम्भावना कम ।
दक्षिण जलमग्न । उत्तर में पहाड़ । पश्चिम में बिखराव । पूरब ढहा ।
पनामा में जल वृष्टि । उरगुए में जलसंधि ।
उत्तर में सूर्योदय ।
नॉर्वे में विस्फोट ।
बरमूडा से गयी है पाताल तक सुरंग । यही है अनंत जलराशि का स्रोत । यही खजाने का स्रोत भी है ।
विएना में भूकम्प ।
खाड़ी देशों में आपातकालीन स्थिति ।
चौरीचौरा कांड की पुनरावृत्ति ।
होंगशेन के किले ( चीन की दीवार, निंगजिआ की पूर्वी दीवाल ) पर कब्ज़ा ।
तेल अवीव से पाकिस्तान तक बारूदी सुरंग ।
भूमध्य सागर में ज्वालामुखी प्रेत ।
जल का उठान 300 किलोमीटर ।
होनुलूलू में भूकम्प या भीषण विस्फोट ।
तेंतिआंग/तेंजिआंग में जलकटाव ।
अल्जीरिआ में भूकम्प ।
पानी में ज़हर घुल रहा है ।
उरंगुटान में 2 टापू ध्वस्त ।
विएतनाम में तबाही ।
यहाँ से मिले संकेत कल रात के हैं -
कम्बोडिआ में अकाल भुखमरी ।
निकरागुआ में भीषण वृष्टि ।
तोरा बोरा पहाड़ में भूस्खलन ।
पानी में घुलेगा ज़हर - सल्फ्यूरिक एसिड की मात्र बढ़ेगी ।
इससे तेज़ाबी वृष्टि होने की सम्भावना ।
अमेज़न में झटका 9.3/9.7 का ।
( शरीर के ) अंदरूनी चोटों के मामलों में वृद्धि ।
घातक लक्षणों वाले ज्वर ।
( ये मुख्यतः ) जल प्रलय होगी ।
पश्चिमी पंजाब ( पाकिस्तान ? ) का तटबंध टूटेगा ।
न्यूज़ीलैण्ड में बम फटा ।
हयूमन बीइंग की शुरुआत । कल रात्रि से ।
प्रचंड काली हवाओं का आगमन ।
टापुओं में जलभराव शुरू । टापू दलदल में धसे ।
मलयागिर ( उड़ीसा/नेपाल ? ) के पहाड़ ज़मींदोज़ ।
पाकिस्तान में परमाणु बम फटेगा ।
काबुल पेशावर के ( किसी ) कारण पाकिस्तान में राष्ट्रीय आपदा ।
पाकिस्तान में परमाणु बम अंडरग्राउंड है । ये दो हैं । खुद का बनाया बम फटेगा ।
तुर्क मंगोलिया, ईरान, स्वीडेन, नार्वे । इस पट्टी पर कहर होगा ।
पृथ्वी के ध्रुव परिवर्तित ।
हिरण्यकश्यप और हिरण्याक्ष आयेंगे धरती पर असुरों से बदला लेनें ।
तीनों लोकों के देवता ( इस हलचल से ) थरथर काप रहे हैं ।
4 केन्द्रों से उठेगा नया सिरा - भारत, भूटान या पश्चिमी बांग्लादेश ( बंगाल ?) ज़ाम्बिया और निकोलस का गढ़ ।
भूटान दफ़न होने की सम्भावना । नेपाल भी खत्म ।
परिवर्तित ध्रुवों ने ( कल से ) घूमना शुरू किया ।
पृथ्वी पर भीषण आगजनी । ( ये शायद धूमकेतु, ज्वालामुखी और परमाणु बम आदि से होगी ।
- महाविनाश की उलटी गिनती शुरू । ( कल रात्रि से )
- सिसली में ज्वालामुखी प्रेत ।
- पृथ्वी पर कुचाली तरंगों का समावेश । ( होने लगा )
- रोहिणी फटेगा । रोहिणी में टकराएंगे दो विमान ( मैं खुद इसका मतलब नहीं समझा । पर शायद इसका सम्बन्ध तारे से है । )
- मंगल लाल से पीला होने लगा ।
- कुचाली तरंगे ऐसा घेरा बना लेती हैं । जहाँ कोई अन्य चीजे काम नहीं करती हैं । जिस क्षेत्र में होती हैं । वहाँ भीषण तबाही करती हैं । ( विज्ञान शायद इनको स्थिर तरंगे कहता है )
इसी विषय पर तीनों लिंक्स -
अगले चार महीनों में क्या होने वाला है
http://searchoftruth-rajeev.blogspot.in/2013/10/blog-post_9.html
लिख गयी है महाविनाश की रूपरेखा
http://searchoftruth-rajeev.blogspot.in/2013/10/blog-post_11.html
महाविनाश की उलटी गिनती शुरू
http://searchoftruth-rajeev.blogspot.in/2013/11/blog-post_22.html
ऐसा ही एक और संदर्भ -
एडगर केसी ने अपने जीवन में बहुत सी बातें कहीं । वो तंद्रा की अवस्था में यह सब बताते थे । इसलिए उन्हें sleeping prophet कहा जाता है । उन्होंने लगभग हर विषय पर बोला । उदाहरण के लिए बीमारी के इलाज बताए । लेकिन समस्या यह है कि उनके बताए उपायों में प्रयोग होने वाली वस्तुएं या तो धरती पर से समाप्त हो गईं । या आने वाले समय में खोजी जाएंगी । इस कारण कई मरीजों की इलाज पता लगने के बावजूद मृत्यु हो जाती थी । केसी द्वारा बोली गई बातें श्रृंखलाबद्ध रूप में संकलित हैं । और इन पर अध्ययन के लिए यह सोसाइटी कार्य कर रही है ।
http://www.edgarcayce.org/edgar-cayce1.html
एडगर केसी " अनेक महल " 8
http://panchjanya.com/arch/2005/6/12/File16.htm
http://earthquakes.volcanodiscovery.com/
Interactive Map of Active Volcanoes and recent Earthquakes world-wide
earthquakes.volcanodiscovery.com
http://hisz.rsoe.hu/alertmap/index2.php
RSOE EDIS - Emergency and Disaster Information Service
hisz.rsoe.hu
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Zindagi Haseen Hai Ise Pyar Karo
Har Raat Ki Nai Subha Ka Intjaar Karo
Wo Paal Bhi Aayega, Jiska Aapko Intjaar Hai
Bas Apne Rab Par Bharosa Aur Waqt par Aitbaar Karo
Awara parinda Vk$
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