ग्यारहवें द्वार से जीव जब जाईं । अमरलोक तब वासा पाईं ।
दशम द्वार से जीव जो जावैं । स्वर्ग लोक में वासा पावैं ।
श्रवण द्वार जीव जो चाला । प्रेत देहि पावै तत्काला ।
नेत्र द्वारि जीव जों निकसें । माखी आदि कीट तन बिकसें ।
नासिका मारग जीव जो जाहीं । अण्डज खानी वासा पाहीं ।
मुख द्वारे से जीव जो जाया । अन्न खानी में वासा पाया ।
मूत्र द्वार जीव जब जाई । जलचर योनि गति उन पाई ।
गुदा द्वार जब जीव निकासी । बहुकालैं तक नरक कौ वासी ।
दशम द्वार से जीव जो जावैं । स्वर्ग लोक में वासा पावैं ।
श्रवण द्वार जीव जो चाला । प्रेत देहि पावै तत्काला ।
नेत्र द्वारि जीव जों निकसें । माखी आदि कीट तन बिकसें ।
नासिका मारग जीव जो जाहीं । अण्डज खानी वासा पाहीं ।
मुख द्वारे से जीव जो जाया । अन्न खानी में वासा पाया ।
मूत्र द्वार जीव जब जाई । जलचर योनि गति उन पाई ।
गुदा द्वार जब जीव निकासी । बहुकालैं तक नरक कौ वासी ।
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