महाराज जी खन्ना पंजाब में झील पर |
उससे भी अधिक आश्चर्य की बात यह है कि सोहन जी एक किसान है । और ज्यादातर खेतों पर रहते हैं । सोहन जी ने जबसे मेरे ब्लाग पढना शुरू किया । तबसे अनेकों बार मुझसे फ़ोन पर बात कर चुके हैं । ईश्वर की प्राप्ति और आत्मग्यान की चाह रखने वाले सोहन जी एक साधारण भक्ति पूजा वाले मन्त्र से किसी गुरु से दीक्षा भी ले चुके हैं । पर इनकी आत्मग्यान की चाह अति प्रबल है ।
जब इन्होंने मेरे ब्लाग में कबीर साहब और धर्मदास की वार्ता पर आधारित " अनुराग सागर " की इतनी प्रशंसा देखी । तो बङे जतन से तीन महीने के अथक प्रयास से " अनुराग सागर " को प्राप्त करने में कामयाबी हासिल की । और उसे पढा । और जैसा कि मैं कहता रहा हूँ कि उसे पढते ही इनके सब भृम भाग गये । सब सवाल खत्म हो गये । और ये आत्मग्यान की सतनाम दीक्षा के लिये व्याकुल हो गये । इन पर इस किताब का ऐसा जादुई असर हुआ कि ये पूरे परिवार को नामदान दिलाना चाहते हैं ।
अब थोङी अलग बात..
जिला हनुमानगढ के ही रिफ़ायंडरी के पास के गाँव झन्डीपुर के एक महात्मा जिन्होंने हनुमानगढ में आश्रम बना लिया है । महाराज जी से लगभग तीन चार साल पहले मिले थे । और जमकर सतसंग हुआ । तबसे वे महात्मा लगातार आग्रह करते रहे कि महाराज जी कभी हमारे यहाँ भी आईये । इत्तफ़ाकन महाराज जी अभी चार महीने पहले राजस्थान गये । पर वहाँ नहीं पहुँच पाये ।
एक और बात..
मध्यप्रदेश के भिंड जिले के पास किसी गाँव में रहने वाले ( इस समय मुझे गाँव का नाम ध्यान नहीं आ रहा । कुछ अलग सा नाम है । ) कबीरपंथी और गायक कवि के रूप में आसपास के क्षेत्रों में प्रसिद्ध हनूवीर जी का महाराज जी से चार दिन लगातार सतसंग चला । और कबीरपंथ को मानते हुये भी कुछ अलग सोच रखने वाले हनूवीर को मानना पङा कि महाराज जी ही सही कह रहे हैं ।
अब खास बात..
अब यदि कुछ विशेष बात न हुयी तो अगले कुछ दिनों में श्री महाराज जी का राजस्थान का भृमण हो सकता है । इसलिये जो भी आसपास के लोग आतमग्यान की जिग्यासा रखते हों । महाराज जी से मिल सकते हैं ।
इस सम्बन्ध में अधिक जानकारी प्राप्त करने हेतु श्री सोहन जी से उनके इस नम्बर पर 096804 61798 पर बात कर सकते हैं ।
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