- जैसे आजकल चर्चा में है, संघ मुक्त भारत, भाजपा मुक्त भारत, कांग्रेस मुक्त भारत, क्या वैसे ही ये ‘ट्रुथ मुक्त मण्डल’ है ?
(तब मैंने निम्न उत्तर दिया ।)
- कोई 11 वर्ष पहले मैंने मुक्त मंडल की स्थापना की थी । ये शब्द या नाम अचानक से उठा था । बिना कुछ सोचे विचारे । मुक्त मंडल का अर्थ है - पूरे ब्रह्मांड में कहीं भी बिना वहाँ के पासपोर्ट और वीजा के जाने/रहने को स्वतन्त्र होना, याने - स्वेच्छा से ।
(फ़िर इन शब्दों के साथ आध्यात्म स्थितियों पर तर्क होना शुरू हो गया । निम्न में अंग्रेजी भाषा में श्री पंकज जी द्वारा लिखा है और उनके हिन्दी में उत्तर मेरे द्वारा । पठन सुविधा हेतु पंकज जी के वाक्यों को # और अपने कथन को * द्वारा चिह्नित किया है ।)
# Nobody can forecast about 4 his future. It is all are tukkas (तुक्के) to be fitted or not to b. Experiences with the energy depend on your thoughts that are stored in your nervous system. Living in body u can't move outer cosmos..It occurs only on nervous system feeling outer cosmos.
* Living in body u can't move outer cosmos.
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मन, बुद्धि, शरीर और प्रकृति से परे है - असली सत्य !
जैसे ही सभी धारणायें और बंधन छूट (या टूट) जाते हैं । सिर्फ़ ‘है’ रह जाता है ।
बस एक बार पूरा मोह-क्षय = मोक्ष हो जाये ।
your thoughts that are stored in your nervous system
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ज्ञान में नर्वस सिस्टम जैसा कुछ नहीं होता । सिर्फ़ स्मृति गुण होता है ।
स्पष्टीकरण के लिये अपने गुरु से बात करें ।
# Remember u r living in more advanced world where no place exists 4 hypothetical things. Face book is also outcome of brain that explored 2 new earths out of this solar system receiving photos.
* लेकिन फ़ेसबुकी बुद्धि या न्यूटनी या आइंस्टीन ने सिर्फ़ उनको जाना । निर्माण और स्थित नहीं किया । स्मरण रहें - सभी ग्रहादि रचना निराधार है । वह कैसे ?
# Is it less impotant ? No all systems are not baseless. They stand through isostacy. Dhudh mein light.. Brain proved this
* सभी कुछ निराधार ही है । पर वह पदार्थ की परिकल्पना से परे ज्ञात होता है ।
हाँ, सृष्टि वैचारिक रूप से बङी जटिलता से गुंथी है । जिसका भी नियन्त्रण एकात्मा के हाथ ही रहता है ।
Is it less impotant
नीचे से देखो तो ही महत्वपूर्ण लगता है ।
ऊपर से देखो तो यह सृष्टि की सिर्फ़ निरन्तरता भर है ।
Dhudh mein light - कहाँ, घी होता है । और वह स्वतः सिद्ध है - प्राकृतिक रूप से
# Where will memory stay. It will b only in nervous system with thinking reasoning comparison imagine and even creativity that effects natural realisation. G Y A N hypothetical originally created by Guru kahin n kahin to rahega body mein. All nerves of body that are internally with each other receiving natural experiences get teaching ENERGY either in form of power or LIGHT to nadi idea pingla and sushmna these are an integral part BRAIN shorting this and forgetting all except minute realization we will receive an immense natural pleasure.
* मेरुदंड पर डालि दुलेची, जोगिन तारी लाया ।
सोई सुमेर पर खाक उडमनी, कच्चा जोग कमाया ।
इंगला बिनसे पिंगला बिनसे, बिनसे सुखमनि नाड़ी ।
जब उन्मुनि की तारी टूटे, तब कहँ रही तुम्हारी ।
(ज्ञान में उच्च स्थिति को प्राप्त करने के बाद जब कारण शरीर से पार हो जाता है और सारे बीज निर्बीज हो जाते है । तब शरीर के मृत्यु द्वारा नष्ट होने पर भी सभी याद रहता है - वो किस नाङी में होता है ?)
अद्वैत वैराग कठिन है भाई, अटके मुनिवर जोगी ।
अक्षर लौं की गम्म बतावै, सो है मुक्ति बिरोगी ।
प्रेतों के स्थूल शरीर और नाङियां नहीं होती । उन्हें कैसे याद रहता है ?
बर्बरीक ने सिर्फ़ कटे सिर से पूरा महाभारत देखा था । उसका नर्व सिस्टम क्या था ?
# Khopadi is storage of energy that is a driving force Brain
* खोपङी तो महज हड्डियों और मज्जा का ढांचा है । इसमें ‘बल’ कहाँ से आ रहा है ?
सैकङों मृतक खोपङियां सालों सुरक्षित रहती हैं ।
# There is very close relationship between hardware and software and without hardware u can't use this Facebook or twitter.
Force was received through collaboration of mother and father.
* लेकिन जो इंटरनेटिक लहरें आ रहीं हैं । वो अदृश्य, अप्रत्यक्ष और अ-तार हैं । उनमें कौन सा हार्डवेयर और साफ़्टवेयर है ? और वही मुख्य हैं ।
# WO bhi scientists ke brain ke hardware and software se possible hua hai.
* फ़िर सांइटिस्ट के ब्रेन हार्डवेयर साफ़्टवेयर को क्षमता/ बल किससे प्राप्त हुआ ? खोपङी तो सभी की (बाह्य) एक समान है ।
Force was received through collaboration of mother and father
फ़िर माता पिता को यह ‘बल’ कहाँ से आता है ?
# Ghuma phira kar u can't move me to hypothetical that have many interpitation to b trued finally
* हमारा विषय ही मुक्त मंडल और केवल सत्य है ।
गौर करें - स्थितिजन्य सत्य असत्य नहीं ।
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और एक अन्य टिप्पणी -
rajiv ji iske bare me kuch jankari bhi pardan kre. kya h mukat mandal ?
उत्तर - सर्वोच्च ‘सुरति शब्द योग’ व जीवात्मा के मोक्ष को आदिविधान द्वारा सिखाने/अभ्यास/क्रियान्वित कराने हेतु इस संस्था को स्थापित किया है । यहाँ क्रिया योग प्रधान है । यही - मुक्त मंडल है ।
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