28 मई 2016

सफल जीवन के सूत्र

1 जीवन - जब तुम पैदा हुए, तो तुम रोए थे जबकि पूरी दुनिया ने जश्न मनाया था । अपना जीवन ऐसे जियो कि तुम्हारी मौत पर पूरी दुनिया रोए और तुम जश्न मनाओ ।
2 कठिनाइयाँ - जब तक अपनी समस्याओं एवं कठिनाइयों की वजह दूसरों को मानते हैं । तब तक समस्याओं एवं कठिनाइयों को मिटा नहीं सकते ।
3 असंभव - इस दुनिया में असंभव कुछ भी नहीं । हम वो सब कर सकते हैं । जो हम सोच सकते हैं । और हम वो सब सोच सकते हैं । जो आज तक हमने नहीं सोचा ।
4 हार ना मानना - बीच रास्ते से लौटने का कोई फायदा नहीं । क्योंकि लौटने पर आपको उतनी ही दूरी तय करनी पड़ेगी । जितनी दूरी तय करने पर आप लक्ष्य तक पहुँच सकते हैं ।
5 हारजीत - सफलता हमारा परिचय दुनियाँ को करवाती है । और असफलता हमें दुनियाँ का परिचय करवाती है ।
6 आत्मविश्वास - अगर किसी चीज़ को दिल से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने में लग जाती है ।
7 महानता - महानता कभी न गिरने में नहीं । बल्कि हर बार गिरकर उठ जाने में है ।
8 गलतियां - अगर आप समय पर अपनी गलतियों को स्वीकार नहीं करते हैं । तो आप एक और गलती कर बैठते हैं । आप अपनी गलतियों से तभी सीख सकते हैं । जब आप अपनी गलतियों को स्वीकार करते हैं ।
9 चिन्ता - अगर आप उन बातों एंव परिस्थितियों की वजह से चिंतित हो जाते हैं । जो आपके नियंत्रण में नहीं । तो इसका परिणाम समय की बर्बादी एवं भविष्य पछतावा है ।
10 शक्ति - ब्रह्माण्ड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं । वो हम हैं । जो अपनी आँखों पर हाथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अन्धकार है ।
11 मेहनत - हम चाहें तो अपने आत्मविश्वास और मेहनत के बल पर अपना भाग्य खुद लिख सकते हैं । और अगर हमको अपना भाग्य लिखना नहीं आता । तो परिस्थितियां हमारा भाग्य लिख देंगी ।
12 सपने - सपने वो नहीं हैं । जो हम नींद में देखते हैं । सपने वो हैं । जो हमको नींद नहीं आने देते ।
13 समय - यह नहीं कह सकते कि आपके पास समय नहीं है । क्योंकि आपको भी दिन में उतना ही समय ( 24 घंटे ) मिलता है । जितना समय महान एवं सफल लोगों को मिलता है ।
14 विश्वास - विश्वास में वो शक्ति है । जिससे उजड़ी हुई दुनिया में प्रकाश लाया जा सकता है । विश्वास पत्थर को भगवान बना सकता है । और अविश्वास भगवान के बनाए इंसान को भी पत्थर दिल बना सकता है ।
16 सफलता - दूर से हमें आगे के सभी रास्ते बंद नजर आते हैं । क्योंकि सफलता के रास्ते हमारे लिए तभी खुलते हैं । जब हम उसके बिलकुल करीब पहुँच जाते हैं ।
17 सोच - बारिश के दौरान सारे पक्षी आश्रय की तलाश करते हैं । लेकिन बाज़ बादलों के ऊपर उडकर बारिश को ही avoid कर देते है । समस्याएं common हैं । लेकिन आपका नजरिया इनमें difference पैदा करता है ।
18 प्रसन्नता - यह पहले से निर्मित कोई चीज नहीं है । ये आप ही के कर्मों से आती है ।
साभार - अज्ञात ( फ़ेसबुक पेज से )

1 टिप्पणी:

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार (30-05-2016) को "आस्था को किसी प्रमाण की जरुरत नहीं होती" (चर्चा अंक-2356) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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