दर्शन कर निज भगवान का ।
घट राखो अटल सुरती ने । दरसन कर निज भगवान का ।
सतगुरु धोरे गया सत्संग में । गुरांजी भर दिया हरी रंग में ।
शब्द बाण मारया मेरे तन में । सैल लाग्या ज्याणु स्यार का ।
मेरा मन चेत्या भक्ति में । घट राखो अटल सुरती ने ।
जब से शब्द सुण्या सतगुरु का । खुलगा खिड़क मेरे काया नगर का ।
मात पिता दरस्या नहीं घर का । दूत ले ज्या यमराज का ।
तेरा कोई न संगी जगती में । घट राखो अटल सुरती ने ।
नैन नासिका ध्यान संजो ले । रमता राम निजर भर जो ले ।
बिन बतलाया तेरे घट में बोले । बेरो ले भीतर बार का ।
अब क्यू भटकै भूली में । घट राखो अटल सुरती ने ।
अम्रतनाथ जी रम रह्या सुन्न में । मुझको दीदार दिखा दिया छिन में ।
मघो मगन होज्या भजन में । रूप सेख निराकार का ।
अब क्या सांसा मुक्ति में । घट राखो अटल सुरती ने ।
घट राखो अटल सुरती ने । दरसन कर निज भगवान का ।
************
हर दरवाजा राम दुआरा । सबको शीश झुकाता चल ।
राही हैं सब एक डगर के । सब पर प्यार लुटाता चल ।
बिका बिकी सब ओर मची है । आने औ दो आने पर ।
अस्मत बिके दुराहों पर । तो प्यार बिके दुकानों पर ।
डगर डगर पर मंदिर मस्जिद । कदम कदम पर गुरुद्वारे ।
भगवानों की बस्ती में हैं । जुल्म बहुत इंसानों पर ।
खिड़की हर खुलवाता चल । सांकल हर कटवाता चल ।
इस पर भी हो न रोशनी । तो दिल का दिया जलाता चल ।
राही हैं सब एक डगर के । सब पर प्यार लुटाता चल ।
गोपाल दास नीरज
************
वक़्त मेरी जिंदगी में । 2 ही गुजरे हैं कठिन ।
1 तेरे आने से पहले । 1 तेरे जाने के बाद ।
********
वलसाड मे एक 23 साल के युवा ने दीक्षा ली । जहाँ पधारे जैन मुनि श्री पदम विजय सुरीजी ने कहा - जैनों को लगुमती ? दर्जा कभी नहीं स्वीकार करना चाहिए । क्योंकि जैन हिन्दू हैं । हिन्दू हैं और हमेंशा हिन्दू रहेंगे । यह षडयंत्र अंग्रेजों द्वारा फ़ैलाया गया है । 1942 से हिन्दू को तोडने का षडयंत्र चालू है । पहले हिन्दू मुसलमानों को लडाया । फिर हिन्दू सिखों को लडाया । अब जैनों को हिन्दू से अलग करके हिन्दू जैनों को लडाने का 1 बहुत बडा षडयंत्र है । वैसे इस बात मे कोइ संदेह नही है कि - जैन हिन्दू नही हैं । क्योंकि जैन के हर मंत्र की शुरुआत ॐ से होती है । और ॐ शिव का स्मरण स्वर है । क्या जैन ॐ को छोड सकते हैं ? नहीं छोड सकते हैं ? पंडितजी अभिषेक जोशी
**************
कही सुनी पे बहुत एतबार करने लगे ।
मेरे ही लोग मुझे संगसार करने लगे ।
पुराने लोगों के दिल भी हैं खुशबुओं की तरह ।
ज़रा किसी से मिले, एतबार करने लगे । वसीम बरेलवी ।
********
बालों के झडऩे की समस्या - बालों को झडऩे से रोकने के लिए कुछ खास नुस्खे । बालों का झडऩा ऐसी समस्या है । जो किसी को भी तनाव में डाल सकती है । आज हर दूसरे व्यक्ति को बालों की समस्या से जूझना पड़ता है । अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं । तो नीचे दिए आयुर्वेदिक नुस्खे 1 बार जरूर अपनाएं ।
- नारियल के तेल में कपूर मिलाएं । और यह तेल अच्छी तरह बालों में तथा सिर पर लगाएं । कुछ ही दिनों डेंड्रफ की समस्या से राहत मिलेगी । - सामान्यत: सभी के यहां शहद आसानी से मिल जाता है । शहद के औषधीय गुण सभी जानते हैं । शहद की तासीर ठंडी होती है । और यह कई बीमारियों को दूर करने में सक्षम है । शहद से बालों का झडऩा भी रोका जा सकता है ।
- बाल झड़ते हैं । तो गरम जैतून के तेल में 1 चम्मच शहद और 1 चम्मच दालचीनी पाउडर का पेस्ट बनाएं । नहाने से पहले इस पेस्ट को सिर पर लगा लें । 15 मिनट बाद बाल गरम पानी से सिर को धोएं । ऐसा करने पर कुछ ही दिनों बालों के झडऩे की समस्या दूर हो जाएगी ।
- दालचीनी और शहद के मिश्रण काफी कारगर रहता है । आयुर्वेद के अनुसार इनके मिश्रण से कई बीमारियों का इलाज किया जा सकता है । त्वचा और शरीर को चमकदार और स्वस्थ बनाए रखने के लिए इनका उपयोग करना चाहिए ।
- नियमित रूप से नारियल पानी पीएं । अमरबेल को नारियल तेल में उबालकर बालों में लगाएं ।
- अमरबेल डालकर नहाने के लिए पानी उबालें । और उसे उबालकर एक चौथाई करके सिर में डालें ।
- अगर आप नशीले पदार्थों का सेवन या धूम्रपान करते हैं । तो बंद कर दें । बाल झडऩा जल्द ही कम हो जाएंगे ।
- अधिक से अधिक पानी पीएं । और चाय व काफी का सेवन कम कर दें । - आयुर्वेद में बालों की मालिश को आवश्यक माना गया है । ऐसे में नारियल तेल या बादाम के तेल से सिर की अच्छी तरह से मालिश करनी चाहिए ।
- सरसो के तेल में मेहंदी की पत्तियां डालकर गर्म करें । ठंडा करके बालों में लगाएं । इससे बालों का झडऩा रूक जाएगा ।
घट राखो अटल सुरती ने । दरसन कर निज भगवान का ।
सतगुरु धोरे गया सत्संग में । गुरांजी भर दिया हरी रंग में ।
शब्द बाण मारया मेरे तन में । सैल लाग्या ज्याणु स्यार का ।
मेरा मन चेत्या भक्ति में । घट राखो अटल सुरती ने ।
जब से शब्द सुण्या सतगुरु का । खुलगा खिड़क मेरे काया नगर का ।
मात पिता दरस्या नहीं घर का । दूत ले ज्या यमराज का ।
तेरा कोई न संगी जगती में । घट राखो अटल सुरती ने ।
नैन नासिका ध्यान संजो ले । रमता राम निजर भर जो ले ।
बिन बतलाया तेरे घट में बोले । बेरो ले भीतर बार का ।
अब क्यू भटकै भूली में । घट राखो अटल सुरती ने ।
अम्रतनाथ जी रम रह्या सुन्न में । मुझको दीदार दिखा दिया छिन में ।
मघो मगन होज्या भजन में । रूप सेख निराकार का ।
अब क्या सांसा मुक्ति में । घट राखो अटल सुरती ने ।
घट राखो अटल सुरती ने । दरसन कर निज भगवान का ।
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हर दरवाजा राम दुआरा । सबको शीश झुकाता चल ।
राही हैं सब एक डगर के । सब पर प्यार लुटाता चल ।
बिका बिकी सब ओर मची है । आने औ दो आने पर ।
अस्मत बिके दुराहों पर । तो प्यार बिके दुकानों पर ।
डगर डगर पर मंदिर मस्जिद । कदम कदम पर गुरुद्वारे ।
भगवानों की बस्ती में हैं । जुल्म बहुत इंसानों पर ।
खिड़की हर खुलवाता चल । सांकल हर कटवाता चल ।
इस पर भी हो न रोशनी । तो दिल का दिया जलाता चल ।
राही हैं सब एक डगर के । सब पर प्यार लुटाता चल ।
गोपाल दास नीरज
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वक़्त मेरी जिंदगी में । 2 ही गुजरे हैं कठिन ।
1 तेरे आने से पहले । 1 तेरे जाने के बाद ।
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वलसाड मे एक 23 साल के युवा ने दीक्षा ली । जहाँ पधारे जैन मुनि श्री पदम विजय सुरीजी ने कहा - जैनों को लगुमती ? दर्जा कभी नहीं स्वीकार करना चाहिए । क्योंकि जैन हिन्दू हैं । हिन्दू हैं और हमेंशा हिन्दू रहेंगे । यह षडयंत्र अंग्रेजों द्वारा फ़ैलाया गया है । 1942 से हिन्दू को तोडने का षडयंत्र चालू है । पहले हिन्दू मुसलमानों को लडाया । फिर हिन्दू सिखों को लडाया । अब जैनों को हिन्दू से अलग करके हिन्दू जैनों को लडाने का 1 बहुत बडा षडयंत्र है । वैसे इस बात मे कोइ संदेह नही है कि - जैन हिन्दू नही हैं । क्योंकि जैन के हर मंत्र की शुरुआत ॐ से होती है । और ॐ शिव का स्मरण स्वर है । क्या जैन ॐ को छोड सकते हैं ? नहीं छोड सकते हैं ? पंडितजी अभिषेक जोशी
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कही सुनी पे बहुत एतबार करने लगे ।
मेरे ही लोग मुझे संगसार करने लगे ।
पुराने लोगों के दिल भी हैं खुशबुओं की तरह ।
ज़रा किसी से मिले, एतबार करने लगे । वसीम बरेलवी ।
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बालों के झडऩे की समस्या - बालों को झडऩे से रोकने के लिए कुछ खास नुस्खे । बालों का झडऩा ऐसी समस्या है । जो किसी को भी तनाव में डाल सकती है । आज हर दूसरे व्यक्ति को बालों की समस्या से जूझना पड़ता है । अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं । तो नीचे दिए आयुर्वेदिक नुस्खे 1 बार जरूर अपनाएं ।
- नारियल के तेल में कपूर मिलाएं । और यह तेल अच्छी तरह बालों में तथा सिर पर लगाएं । कुछ ही दिनों डेंड्रफ की समस्या से राहत मिलेगी । - सामान्यत: सभी के यहां शहद आसानी से मिल जाता है । शहद के औषधीय गुण सभी जानते हैं । शहद की तासीर ठंडी होती है । और यह कई बीमारियों को दूर करने में सक्षम है । शहद से बालों का झडऩा भी रोका जा सकता है ।
- बाल झड़ते हैं । तो गरम जैतून के तेल में 1 चम्मच शहद और 1 चम्मच दालचीनी पाउडर का पेस्ट बनाएं । नहाने से पहले इस पेस्ट को सिर पर लगा लें । 15 मिनट बाद बाल गरम पानी से सिर को धोएं । ऐसा करने पर कुछ ही दिनों बालों के झडऩे की समस्या दूर हो जाएगी ।
- दालचीनी और शहद के मिश्रण काफी कारगर रहता है । आयुर्वेद के अनुसार इनके मिश्रण से कई बीमारियों का इलाज किया जा सकता है । त्वचा और शरीर को चमकदार और स्वस्थ बनाए रखने के लिए इनका उपयोग करना चाहिए ।
- नियमित रूप से नारियल पानी पीएं । अमरबेल को नारियल तेल में उबालकर बालों में लगाएं ।
- अमरबेल डालकर नहाने के लिए पानी उबालें । और उसे उबालकर एक चौथाई करके सिर में डालें ।
- अगर आप नशीले पदार्थों का सेवन या धूम्रपान करते हैं । तो बंद कर दें । बाल झडऩा जल्द ही कम हो जाएंगे ।
- अधिक से अधिक पानी पीएं । और चाय व काफी का सेवन कम कर दें । - आयुर्वेद में बालों की मालिश को आवश्यक माना गया है । ऐसे में नारियल तेल या बादाम के तेल से सिर की अच्छी तरह से मालिश करनी चाहिए ।
- सरसो के तेल में मेहंदी की पत्तियां डालकर गर्म करें । ठंडा करके बालों में लगाएं । इससे बालों का झडऩा रूक जाएगा ।
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