जैसा कि मैंने पहले ही बताया था । परन्तु अभी भी पक्का नहीं कह सकता । पर श्री महाराज जी का 4 May 2011 को पंजाब जाने का प्रोग्राम सुनने में आ रहा है ।
जो दिल्ली से जाते हुये होगा । ग्वारी { अपने स्थान से } से आगरा होते हुये दिल्ली जायेंगे । या ग्वारी से अलीगढ होते हुये दिल्ली जायेंगे । इस सम्बन्ध में भी मेरे पास पक्की जानकारी नहीं है । इसलिये दिल्ली से जिन लोगों ने कान्टेक्ट किया था । वे सीधे महाराज जी से फ़ोन पर बात करके इस बारे में पता कर सकते हैं । और अपनी शंका समाधान के बारे में बात कर सकते हैं ।
जैसी कि मुझसे श्री महाराज जी से कुछ दिन पहले फ़ोन पर बात हुयी थी । इस बार का भृमण मोहाली के अपने कुछ परिचितों के लिये खास हैं । महाराज जी पटियाला भी एक दो दिन रुकेंगे । इसलिये पटियाला और उसके आसपास के लोग इस बारे में महाराज जी से बात करके पहले से ही अपने बारे में बता दें ।
इसके बाद संभवतः महाराज जी राजस्थान जायँ । और ये भी हो सकता है । नहीं भी जायँ ।
दरअसल फ़क्कङ स्वभाव और अपनी मौज में रहने वाले सन्त किसी नियम में नहीं बँधे होते ।
चाह मिटी चिन्ता मिटी मनुआ बेपरवाह । जाको कछू न चाहिये सोई शहंशाह ।
इसलिये आत्मग्यान के ऐसे सन्त - जोई पग धरें सो परिकृमा..वाला हिसाब होता है । अर्थात उनकी किस बात का क्या मतलब है ? इसको सहज ही नहीं जाना जा सकता है ।
पिछले आठ साल से कुछ अधिक समय से मैंने इसको अनुभव किया है कि महाराज जी कहाँ जा रहे हैं । क्यों जा रहे हैं ? इसका रहस्य कुछ दिनों बाद ही पता लगता है । किस पर कृपा हुयी । किसकी विपदा मेटी । किसको ग्यान मिला । किसको नामदान मिला आदि ये सब बातें बाद में ही पता चलती हैं ।
कई बार महाराज जी { ऐसा लगा } अकारण ही किसी जगह गये । और कुछ घन्टे बाद लौट आये । ऐसे सभी रहस्य बाद में खुलते हैं ।
सन्तों के ऐसे व्यवहार के कृपालु रहस्य में आने वाले लेखों में यदाकदा बताऊँगा ।
खैर..जो लोग सच्चे ग्यान की तलाश में भटक रहे हैं । सतगुरु की तलाश में भटक रहे हैं । सन्तों की वाणियों का रहस्य नहीं समझ पा रहे । अलौकिक ग्यान । दिव्य ग्यान । चेतन समाधि ग्यान या तुरत अनुभव आदि के बारे में जानना चाहते है । शाश्वत सत्य को जानना चाहते हैं । वे इस अवसर पर सम्पर्क कर सकते हैं ।
अनदेखी अनजानी विचित्र समस्याओं से जूझते लोग भी सम्पर्क कर सकते हैं ।
मैं यहाँ एक बात स्पष्ट कर दूँ । कुछ लोग मेरे लेखों से ऐसा समझ लेते हैं कि हम तान्त्रिक मान्त्रिक उपचार भी करते हैं ।..ऐसा हरगिज नहीं हैं ।
महाराज जी के पास वही एक दिव्य महाऔषधि है । जिसके लिये कहा जाता है -
निज अनुभव तोहि कहूँ खगेशा । बिनु हरि भजन न मिटे कलेशा ।
जो समस्त कलेशों को काटने में सक्षम है । यानी सीधे सीधे प्रभु से..परमात्मा से आपकी डोर जोङ देना ।
कहने का मतलब श्री महाराज जी के आशीर्वाद से यह सब कार्य सहज होता है । अगर वे आवश्यक समझते हैं । तो इतना और कह देते हैं । सुबह शाम कुछ देर भक्ति भाव से पूजा करो ।
इसलिये जो सच्चा सतनाम । अगला मनुष्य जन्म पक्का देने वाला । आखिर तक ले जाने वाला मोक्षदायी सतनाम ग्यान प्राप्त करना चाहते हैं । जो लोग हँसदीक्षा लेना चाहते हैं । वे महाराज जी से सम्पर्क कर सकते हैं ।
जो लोग काफ़ी समय से किसी या अनेक मंडलों से जुङे रहे हैं । और दीक्षा ले चुके हैं । परन्तु उन्हें कोई अलौकिक अनुभव नहीं हुआ है । किसी तरह की पढाई चढाई नहीं हुयी । वे लोग भी सम्पर्क कर सकते हैं ।
श्री महाराज जी का और मेरा नम्बर हरेक ब्लाग पर मौजूद है ।
जो लोग हँसदीक्षा लेना चाहते हों { यहाँ मैं एक बात बता दूँ । पहले से नामदान लिये हुये लोग भी आराम से दोबारा या दस बार या पाँच सौ बार नामदान ले सकते हैं । इसमें कुछ भी गलत नहीं होता ।..जब आपको पहले नाम से कोई फ़ायदा ही नहीं हुआ । तो आप संतुष्टि के लिये..मानव जीवन के प्रमुख लक्ष्य के लिये.. मोक्ष के लिये सच्चे गुरु की तलाश करोगे ही । या झूठे गुरु के भरम में दुर्लभ मानव जीवन व्यर्थ कर दोगे । }
वे इस दीक्षा के बारे में कैसे होती है ? क्या नियम है ? क्या चाहिये होता है ? की पूरी जानकारी पटियाला के इस मोबायल नम्बर या ऐड्रेस पर प्राप्त कर सकते हैं ।
0 97806 26513 - प्रीत इंदर जी का मोबायल नम्बर और ऐड्रेस ।
House number 32-G, majithia enclave near railway phatak number 24, patiala
फ़ेमस क्रिकेटर श्री नवजोत सिंह सिद्धू की.. लाल कोठी के पास । पटियाला ।
pin code 147005 ।
चन्डीगढ के आसपास के लोग ये जानकारी इस मोबायल नम्बर पर प्राप्त कर सकते हैं ।
0 98884 13419 कुलदीप सिंह जी । कीरतपुर । चंडीगढ ।
महाराज जी के पटियाला पहुँच जाने की सूचना का प्रकाशन उसी दिन अलग से किया जायेगा ।
अन्त में आप सबका बहुत बहुत आभार ।
जो दिल्ली से जाते हुये होगा । ग्वारी { अपने स्थान से } से आगरा होते हुये दिल्ली जायेंगे । या ग्वारी से अलीगढ होते हुये दिल्ली जायेंगे । इस सम्बन्ध में भी मेरे पास पक्की जानकारी नहीं है । इसलिये दिल्ली से जिन लोगों ने कान्टेक्ट किया था । वे सीधे महाराज जी से फ़ोन पर बात करके इस बारे में पता कर सकते हैं । और अपनी शंका समाधान के बारे में बात कर सकते हैं ।
जैसी कि मुझसे श्री महाराज जी से कुछ दिन पहले फ़ोन पर बात हुयी थी । इस बार का भृमण मोहाली के अपने कुछ परिचितों के लिये खास हैं । महाराज जी पटियाला भी एक दो दिन रुकेंगे । इसलिये पटियाला और उसके आसपास के लोग इस बारे में महाराज जी से बात करके पहले से ही अपने बारे में बता दें ।
इसके बाद संभवतः महाराज जी राजस्थान जायँ । और ये भी हो सकता है । नहीं भी जायँ ।
दरअसल फ़क्कङ स्वभाव और अपनी मौज में रहने वाले सन्त किसी नियम में नहीं बँधे होते ।
चाह मिटी चिन्ता मिटी मनुआ बेपरवाह । जाको कछू न चाहिये सोई शहंशाह ।
इसलिये आत्मग्यान के ऐसे सन्त - जोई पग धरें सो परिकृमा..वाला हिसाब होता है । अर्थात उनकी किस बात का क्या मतलब है ? इसको सहज ही नहीं जाना जा सकता है ।
पिछले आठ साल से कुछ अधिक समय से मैंने इसको अनुभव किया है कि महाराज जी कहाँ जा रहे हैं । क्यों जा रहे हैं ? इसका रहस्य कुछ दिनों बाद ही पता लगता है । किस पर कृपा हुयी । किसकी विपदा मेटी । किसको ग्यान मिला । किसको नामदान मिला आदि ये सब बातें बाद में ही पता चलती हैं ।
कई बार महाराज जी { ऐसा लगा } अकारण ही किसी जगह गये । और कुछ घन्टे बाद लौट आये । ऐसे सभी रहस्य बाद में खुलते हैं ।
सन्तों के ऐसे व्यवहार के कृपालु रहस्य में आने वाले लेखों में यदाकदा बताऊँगा ।
खैर..जो लोग सच्चे ग्यान की तलाश में भटक रहे हैं । सतगुरु की तलाश में भटक रहे हैं । सन्तों की वाणियों का रहस्य नहीं समझ पा रहे । अलौकिक ग्यान । दिव्य ग्यान । चेतन समाधि ग्यान या तुरत अनुभव आदि के बारे में जानना चाहते है । शाश्वत सत्य को जानना चाहते हैं । वे इस अवसर पर सम्पर्क कर सकते हैं ।
अनदेखी अनजानी विचित्र समस्याओं से जूझते लोग भी सम्पर्क कर सकते हैं ।
मैं यहाँ एक बात स्पष्ट कर दूँ । कुछ लोग मेरे लेखों से ऐसा समझ लेते हैं कि हम तान्त्रिक मान्त्रिक उपचार भी करते हैं ।..ऐसा हरगिज नहीं हैं ।
महाराज जी के पास वही एक दिव्य महाऔषधि है । जिसके लिये कहा जाता है -
निज अनुभव तोहि कहूँ खगेशा । बिनु हरि भजन न मिटे कलेशा ।
जो समस्त कलेशों को काटने में सक्षम है । यानी सीधे सीधे प्रभु से..परमात्मा से आपकी डोर जोङ देना ।
कहने का मतलब श्री महाराज जी के आशीर्वाद से यह सब कार्य सहज होता है । अगर वे आवश्यक समझते हैं । तो इतना और कह देते हैं । सुबह शाम कुछ देर भक्ति भाव से पूजा करो ।
इसलिये जो सच्चा सतनाम । अगला मनुष्य जन्म पक्का देने वाला । आखिर तक ले जाने वाला मोक्षदायी सतनाम ग्यान प्राप्त करना चाहते हैं । जो लोग हँसदीक्षा लेना चाहते हैं । वे महाराज जी से सम्पर्क कर सकते हैं ।
जो लोग काफ़ी समय से किसी या अनेक मंडलों से जुङे रहे हैं । और दीक्षा ले चुके हैं । परन्तु उन्हें कोई अलौकिक अनुभव नहीं हुआ है । किसी तरह की पढाई चढाई नहीं हुयी । वे लोग भी सम्पर्क कर सकते हैं ।
श्री महाराज जी का और मेरा नम्बर हरेक ब्लाग पर मौजूद है ।
जो लोग हँसदीक्षा लेना चाहते हों { यहाँ मैं एक बात बता दूँ । पहले से नामदान लिये हुये लोग भी आराम से दोबारा या दस बार या पाँच सौ बार नामदान ले सकते हैं । इसमें कुछ भी गलत नहीं होता ।..जब आपको पहले नाम से कोई फ़ायदा ही नहीं हुआ । तो आप संतुष्टि के लिये..मानव जीवन के प्रमुख लक्ष्य के लिये.. मोक्ष के लिये सच्चे गुरु की तलाश करोगे ही । या झूठे गुरु के भरम में दुर्लभ मानव जीवन व्यर्थ कर दोगे । }
वे इस दीक्षा के बारे में कैसे होती है ? क्या नियम है ? क्या चाहिये होता है ? की पूरी जानकारी पटियाला के इस मोबायल नम्बर या ऐड्रेस पर प्राप्त कर सकते हैं ।
0 97806 26513 - प्रीत इंदर जी का मोबायल नम्बर और ऐड्रेस ।
House number 32-G, majithia enclave near railway phatak number 24, patiala
फ़ेमस क्रिकेटर श्री नवजोत सिंह सिद्धू की.. लाल कोठी के पास । पटियाला ।
pin code 147005 ।
चन्डीगढ के आसपास के लोग ये जानकारी इस मोबायल नम्बर पर प्राप्त कर सकते हैं ।
0 98884 13419 कुलदीप सिंह जी । कीरतपुर । चंडीगढ ।
महाराज जी के पटियाला पहुँच जाने की सूचना का प्रकाशन उसी दिन अलग से किया जायेगा ।
अन्त में आप सबका बहुत बहुत आभार ।